नई दिल्ली। अरबपति उद्योगपति मुकेश अंबानी की दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो जबसे बाजार में आई है, तब से वह कुछ अलग और अनोखा कर हमेशा सुर्खियों में बनी रही है। कभी अपने फ्री सर्विस तो कभी सस्ते डाटा की वजह से तो कभी कम समय में सबसे ज्यादा उपभोक्ता आधार तैयार करने के लिए। लेकिन आजकल रिलायंस जियो दुनिया भर के निवेशकों को आकर्षित करने के लिए चर्चा में है। पिछले 3 हफ्तों में कंपनी ने दुनिया के दिग्गज निवेशकों से 60,596.37 करोड़ रुपए की पूंजी जुटाई है। अपना वाणिज्यिक परिचालन शुरू करने के बाद कम समय में इतना अधिक बाजार मूल्य हासिल करने के मामले में रिलायंस जियो ने रिकॉर्ड स्थापित किया है। उल्लेखनीय है कि रिलायंस जियो ने सितंबर 2016 में अपना वाणिज्यिक परिचालन शुरू किया था और तब से 3.5 साल की अवधि में कंपनी का बाजार मूल्य 5 लाख करोड़ को पार कर चुका है।
ताजा पूंजी निवेश से रिलायंस जियो की मूल कंपनी रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म, जो रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली एक सहयोगी इकाई है, का शेयर आधारित मूल्य (इक्विटी वैल्यू) 4.91 लाख करोड़ रुपए, जबकि उद्यम मूल्य (एंटरप्राइज वैल्यू) 5.16 लाख करोड़ रुपए आंका गया है। किसी कंपनी की इक्विटी वैल्यू उसकी मौजूदा और भविष्य की क्षमताओं को दिखाती है, जबकि एंटरप्राइज वैल्यू कंपनी की वास्तविक बैलेंस शीट की तरह ही होती है।
इस मूल्याकंन के साथ रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म भारत में सूचीबद्ध सबसे ज्यादा मार्केट कैप वाली टॉप 5 कंपनियों में शामिल हो गई है। हालांकि रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म शेयर बाजार में अलग से सूचीबद्ध कंपनी नहीं है। मार्केट कैप के मामले में इसने वर्षों पुरानी कंपनियों एचडीएफसी और इंफोसिस को काफी पीछे छोड़ दिया है।
7 मई, 2020 के अनुसार भारत की सबसे ज्यादा मार्केट कैप वाली टॉप 4 कंपनियों में पहले स्थान पर रिलायंस इंडस्ट्रीज है, जिसका कुल मार्केट कैप 9.55 लाख करोड़ रुपए है। दूसरे स्थान पर टीसीएस है, इसका मार्केट कैप 7.09 लाख करोड़ रुपए है। 5.07 लाख करोड़ रुपए के साथ तीसरे स्थान पर एचडीएफसी बैंक है। चौथे स्थान पर रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म है, जिसका बाजार मूल्य 5.16 लाख करोड़ रुपए है। इसके बाद एचयूएल है, जिसका बाजार पूंजीकरण 4.68 लाख करोड़ रुपए है।
भारती एयरटेल की तुलना में रिलायंस जियो का बाजार पूंजीकरण दोगुने से भी ज्यादा हो गया है। 7 मई, 2020 के मुताबिक भारती एयरटेल का कुल बाजार पूंजीकरण 2.87 लाख करोड़ रुपए है। अप्रैल में फेसबुक ने जियो में 9.99 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण 43,574 करोड़ रुपए में करने की घोषणा की थी। 2014 में व्हाट्सएप को 22 अरब डॉलर में खरीदने के बाद फेसबुक का यह अबतक का सबसे बड़ा निवेश है। इसके बाद 4 मई को अमेरिका की प्राइवेट इक्विटी कंपनी सिल्वर लेक पार्टनर्स ने 5655.7 करोड़ रुपए में जियो में 1 प्रतिशत हिस्स्ेदारी खरीदी।
शुक्रवार यानी 8 मई को अमेरिका के एक और दिग्गज निवेशक विस्टा इक्विटी पार्टनर्स ने रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म में 2.32 प्रतिशत हिस्सेदारी 11,367 करोड़ रुपए में खरीदने की घोषणा की है। इस निवेश के साथ रिलायंस इंडस्ट्रीज और फेसबुक के बाद विस्टा रिलायंस जियो में तीसरी सबसे बड़ी निवेशक कंपनी बन गई है।