नयी दिल्ली: नकद धन के अभाव में घिरी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन आईडिया लिमिटेड ने 8,200 करोड़ रुपये से अधिक की स्पेक्ट्रम की किश्त चुकाने के लिए दूरसंचार विभाग (डॉट) से एक साल की मोहलत मांगी है। कंपनी को यह किश्त का अप्रैल 2022 तक भरनी है। कंपनी ने 25 जून को दूरसंचार सचिव को भेजे पत्र में कहा कि कंपनी अपनी नकदी का उपयोग समायोजित सकल राजस्व राशि के बकाये के भुगतान में कर रही है। जिसके कारण वह 9 अप्रैल, 2022 को दी जाने वाली 8,292 करोड़ रुपये की स्पेक्ट्रम किश्त के भुगतान में असमर्थ है।
एक पत्र के अनुसार कंपनी ने दूरसंचार विभाग से अनुरोध किया है कि वह इस किश्त का भुगतान अप्रैल 2022 के बजाय अप्रैल 2023 में करने के लिए इसे एक और साल की मोहलत दें। कंपनी ने कहा है कि वह किश्त का भुगतान करने में असमर्थ है। वोडाफोन आईडिया ने कहा कि वह पिछले छह महीने से पूंजी जुटाने की दिशा में काम कर रही है। लेकिन कोई निवेश करने को तैयार नहीं हैं। उनका मानना है कि जब तक सेवाओं की दरें नहीं बढ तब तक इस उद्योग का स्वास्थ्य नहीं सुधरेगा। कंपनी ने इस संबंध में भेजे गए ईमेल का कोई जवाब नहीं दिया।