नई दिल्ली सरकारी बैंकों के करीब 9000 करोड़ रुपए के लोन डिफॉल्टर कारोबारी विजय माल्या ने भारत आने की इच्छा जताई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पटियाला कोर्ट में माल्या के वकील ने कहा कि वह समन का जवाब देने भारत आना चाहते हैं। माल्या ने व्यक्तिगत पेशी से छूट की मांग की है। उन्होंने कहा कि पासपोर्ट बिना नोटिस और सुनवाई के रद्द किया गया। समन आदेशों के लिए वह भारत आना चाहते हैं। हालांकि, ईडी ने ट्रायल कोर्ट को बताया कि माल्या माल्या कोर्ट की कार्रवाई से बचना चाहते हैं। ट्रायल कोर्ट में अगली सुनवाई 4 अक्टूबर को होगी। माल्या ने 2000 के फेरा उल्लंघन केस में छूट मांगी है।
हाल में जारी हुआ था अरेस्ट वारंट
मुंबई के चीफ मेट्रोपोलिटियन मजिस्ट्रेट ने पिछले हफ्ते सर्विस टैक्स के मामले में किंगफिशर एयरलाइंस के प्रमोटर विजय माल्या के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। इस मामले में माल्या के अलावा उनके चीफ एग्जीक्युटिव संजय अग्रवाल के खिलाफ भी गैर जमानती वारंट जारी हुआ है।
माल्या हो चुके है भगोड़े
विजय माल्या पर 9 हजार करोड़ से ज्यादा का कर्ज है। वे 2 मार्च को देश छोड़कर जा चुके हैं। बताया जाता है कि वे लंदन से एक घंटे की दूरी पर हर्टफोर्डशायर के टेविन टाउन में बेकर स्ट्रीट के एक बंगले में रह रहे हैं। माल्या को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) से जुड़े एक मामले में भगोड़ा करार दिया जा चुका है। मुंबई की स्पेशल कोर्ट ने इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ईडी) की अर्जी पर इसी साल जून में यह फैसला सुनाया था। ईडी ने ही माल्या को भगोड़ा घोषित करने की अर्जी दी थी। कई बार नोटिस दिए जाने के बावजूद माल्या ईडी अधिकारियों के सामने पेश नहीं हुए हैं। इसी वजह से ईडी ने स्पेशल कोर्ट में अर्जी दी थी। माल्या के खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट भी जारी हो चुका है।
6630 करोड़ रुपए की संपत्ति हुई अटैच
ईडी ने माल्या की 6630 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर ली है। इस संपत्ति में माल्या का एक मॉल, फार्महाउस और उनके मालिकाना हक वाले शेयर शामिल हैं। ईडी ने जिन संपत्तियों को अटैच किया है वे मुंबई और बेंगलुरु समेत देश के कई शहरों में हैं। गौरतलब है कि माल्या इस साल मार्च में देश छोड़कर लंदन फरार हो गए हैं। सरकार ने उनका पासपोर्ट रद्द कर दिया है।