भारत के बैंकों से पैसा गबन कर 4 साल से फरार शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर भारत लंबे समय से प्रयास कर रहा है। इस बीच मीडिया में माल्या को भारत लाए जाने की खबरों के बीच विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि अभी माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर उसके पास कोई सूचना नहीं है। इससे पहले मीडिया में विजय माल्या के विदेश से भारत प्रत्यर्पित किए जाने की खबरें आई थीं, जिनका विदेश मंत्रालय ने खंडन किया है। बता दें कि बंद पड़े किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या पर देश के 17 बैंकों का 9 हजार करोड़ रुपये बकाया है। वह 2 मार्च, 2016 को भारत छोड़कर ब्रिटेन भाग गया था।
भारतीय एजेंसियों ने यूके की कोर्ट से माल्या के प्रत्यर्पण की अपील की और लंबी लड़ाई के बाद यूके की अदालत ने 14 मई को माल्या के भारत प्रत्यर्पण की अपील पर मुहर लगा दी। ब्रिटेन की अदालत के फैसले के 20 दिन गुजर चुके हैं और उसके भारत प्रत्यर्पण की सारी कानूनी प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। इसके बाद कुछ मीडिया रपटों में सामने आया था कि ब्रिटेन विजय माल्या को आज भारत भेज रहा है। विजय माल्या बुधवार रात यूके से भारत आ सकता है।
पूर्व सांसद रहे माल्या ने भारत की सबसे बड़ी स्पिरिट कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स की स्थापना की, और अब दीवालिया हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस पर फंडिंग की थी। उन पर 9,000 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं। वह निजी कारणों का बहाना बनाकर मार्च 2016 में भारत छोड़ कर चले गए थे। माल्या ने कम से कम 17 भारतीय बैंकों को धोखा दिया है, जो कि ऋण लेकर कथित रूप से विदेश में लगभग 40 कंपनियों में पूर्ण या आंशिक हिस्सेदारी हासिल की।