लंदन। पूर्व शराब कारोबारी विजय माल्या को मनी लांड्रिंग के एक मामले में आज लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया। लेकिन कुछ ही मिनटों में उन्हें जमानत पर छोड़ भी दिया गया। इस साल लंदन में माल्या की यह दूसरी गिरफ्तारी थी। पहली बार गिरफ्तार होने पर भी उन्हें कुछ ही मिनटों में जमानत दे दी गई थी। तब माल्या ने कहा था कि यह गिरफ्तारी नहीं बल्कि पूछताछ की आम प्रक्रिया है। भारतीय मीडिया इसे जानबूझकर बढ़ाचढ़ाकर बता रही है।
माल्या ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को गलत और आधारहीन बताया है। उन पर नया आरोप है कि भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व वाले बैंकों के समूह से लिए गए 9,000 करोड़ रुपए के कर्ज में से उन्होंने 6,000 करोड़ रुपए को देश से बाहर ट्रांसफर किया है। इस साल माल्य की यह दूसरी बार गिरफ्तारी है। इससे पहले उन्हें अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था लेकिन बाद में जमानत पर छोड़ दिया गया था।
सीबीआई और ईडी ने अपनी अभी दाखिल नहीं हुई चार्जशीट में कहा है कि माल्या ने बैंकों से लिए गए कर्ज को मुखौटा कंपनियों की मदद से आधा दर्जन देशों में छुपा कर रखा है। माल्या, जो मार्च 2016 में भारत से लंदन भाग गए थे, ने जनवरी में कहा था कि धन के स्थानांतरण के आरोप एक मजाक है। ताजा आरोप के बाद माल्य की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। दिसंबर में उनके प्रत्यारोपण मामले पर सुनवाई होनी है। सीबीआई और ईडी ने ब्रिटिश क्राउन प्रोसेक्यूशन सर्विस के समक्ष सबूत पेश करने की तैयारी कर ली है।