नई दिल्ली। बैंक से मोटा कर्ज उठाकर उसे नहीं चुकाने का एक कथित घोटाला फिर से सामने आया है। मामला आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) का है, अंग्रेजी समचार पत्र इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक वीडियोकॉन ग्रुप के वेणुगोपाल धूत ने निजी क्षेत्र के बैंक ICICI बैंक से 3250 करोड़ रुपए का कर्ज लिया और इसमें से 2810 करोड़ रुपए वापस नहीं किये, बैंक ने पिछले साल इस कर्ज को फंसा हुआ कर्ज (NPA) घोषित कर दिया है। हालांकि ICICI बैंक ने विडियोकॉन ग्रुप को दिए कर्ज को लेकर अपनी मैनेजिंग डायरेक्टर चंदा कोचर का बचाव किया है और कहा है कि बैंक ने कर्ज देने में नियमों का पालन किया है।
वेणुगोपाल धूत और दीपक कोचर ने बनाई थी कंपनी!
खबर के मुताबिक वेणुगोपाल धूत ने ICICI बैंक की मौजूदा मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ चंदा कोचर के पति दीपक कोचर और दो अन्य रिश्तेदारों के साथ मिलकर दिसंबर 2008 में नूपॉवर (NuPower) नाम से एक कंपनी की स्थापना की। इस कंपनी में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी धूत की थी और बाकी 50 प्रतिशत दीपक कोचर और उसके रिश्तेदारों के पास थी।
धूत ने कंपनी में ट्रांस्फर किए थे 64 करोड़ रुपए!
खबर के मुताबिक कंपनी बनने के 1 महीने बाद यानि जनवरी 2009 में धूत ने कंपनी के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया और सिर्फ 2.5 लाख रुपए में कंपनी के 24999 शेयर दीपक कोचर के नाम ट्रांस्फर कर दिए। करीब एक साल बाद यानि मार्च 2010 में धूत ने NuPower को अपनी एक अन्य कंपनी Supreme Energy के जरिए 64 करोड़ रुपए का लोन दिया, इसके बाद NuPower में धूत की Supreme Energy की हिस्सेदारी 94.99 प्रतिशत हो गई और कोचर की हिस्सेदारी 4.99 प्रतिशत रही।
सिर्फ 9 लाख में ट्रांस्फर की थी ओनरशिप!
खबर के मुताबिक करीब 8 महीने बाद यानि नवंबर 2010 में धूत ने Supreme Energy में अपनी पूरी हिस्सेदारी अपने एक सहयोगी महेश चंद्र पुंगलिया को को ट्रांस्फर कर दी, इसके बाद सितंबर 2012 से अप्रैल 2013 के बीच पुंगलिया ने सिर्फ 9 लाख रुपए में अपनी हिस्सेदारी Pinnacle Energy Trust नाम ट्रांस्फर की जिसमें दीपक कोचर मैनेजिंग ट्रस्टी है।
2012 में ICICI बैंक ने विडियोकॉन कि दिया लोन
इस बीच ICICI बैंक से विडियोकॉन ग्रुप को मिले कर्ज की बात करें तो बैंक की तरफ से 3250 करोड़ रुपए का कर्ज अप्रैल 2012 में दिया गया है। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर ICICI बैंक की तरफ से भी सफाई दी गई है। बैंक ने प्रेस रिलीज जारी कर चंदा कोचर में विश्वास और भरोसा जताया है।
ICICI बैंक ने दी सफाई
ICICI बैंक ने प्रेस रिलीज में कहा है कि उसकी मैनेजिंग डायरेक्टर और बैंक के बारे में दुर्भावना से ग्रस्त और आधारहीन अफवाहें फैलाई जा रही हैं जिनका उद्देश्य बैंक को बदनाम करना है, इससे पहले 2016 के मध्य में भी इस तरह की बातें फैलाई गई थीं।
बैंक ने बताया कि 2012 में 20 बैंकों के समूह ने नियमों के मुताबिक विडियोकॉन ग्रुप को 40000 करोड़ रुपए का कर्ज देने का फैसला किया था जिसमें से ICICI बैंक ने भी 3250 करोड़ रुपए का कर्ज चुकाया है। बैंक ने यह कर्ज उसी तरह की नियम और शर्तों पर दिया है जिस तरह के नियम शर्तों पर समूह के दूसरे बैंकों ने दिया है ऐसे में कर्जदार को विशेष लाभ दिए जाने की संभावना ही नहीं उठती।
इसके बाद धूत ने 2010 में अपनी एनर्जी कंपनी (Supreme Energy) के जरिए NuPower को 64 करोड़ रुपए भी ट्रांस्फर किए, इसके बाद धूत ने सिर्फ 9 लाख रुपए में NuPower कंपनी का लेटर ऑफ ऑनरशिप दीपक कोचर की Pinnacle Energy Trust को ट्रांस्फर कर दिया।
खबर के मुताबिक ICICI बैंक ने अप्रैल 2012 में विडियोकॉन ग्रुप की 5 कंपनियों को 3250 करोड़ रुपए का कर्ज दिया, इसमें से लगभग 86 प्रतिशत रकम यानि 2810 करोड़ रुपए को ICICI बैंक ने पिछले साल NPA घोषित कर दिया है।
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