नई दिल्ली। देश की राजधानी में 45 मंजिला एक आलीशान इमारत बनने जा रही है, जिसके ऊपरी मंजिल से पूरी दिल्ली का नजारा देखा जा सकता है। मध्य दिल्ली के करोलबाग इलाके में निर्माणाधीन यह इमारत राजधानी की सबसे ऊंची इमारत होगी। अब तक सिविक सेंटर को सबसे ऊंची इमारत माना जाता है, जिसमें 28 मंजिल हैं। अति समृद्ध व संपन्न लोगों के लिए आलीशान रिहायशी सुविधायुक्त इस इमारत को विकसित करने के लिए दिल्ली के यूनिटी ग्रुप और इटली के लग्जरी ब्रांड वर्साचे ने गुरुवार को साझेदारी की घोषणा की है, इस परियोजना में 500 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा। 5,800 वर्गफीट के एक अपार्टमेंट की कीमत 15 करोड़ रुपए होगी।
इटली दूतावास में इस मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में यूनिटी ग्रुप के डायरेक्टर हर्षवर्धन बंसल ने कहा कि भारत में विलासितापूर्ण रिहायश की मांग तेजी से बढ़ रही है और आपूर्ति का भारी अभाव है। हम सही मायने में यहां विलासितापूर्ण आवास प्रदान करने के मकसद से ही अमेरीलिस का विकास कर रहे हैं। यूनिटी ग्रुप के डायरेक्टर गोविंद अग्रवाल ने कहा कि इस रिहायशी टॉवर से कनॉट प्लेस, राष्ट्रपति भवन, लाल किला, जामा मस्जिद समेत अन्य इलाकों का नजारा देखना संभव होगा।
वर्साचे एस. पी. ए. के वर्ल्डवाइड लाइसेंसिंग व होम डिवीजन की डायरेक्टर गैबरीला सारासिनो ने कहा कि भारत हमारे ब्रांड के लिए तेजी से उभरता एक बड़ा बाजार है। वर्साचे को इंटीरियर डिजाइन के क्षेत्र में महारत हासिल है और यूनिटी ग्रुप के साथ हम दिल्ली में बेहतर अहसास दिलाने वाली रिहायशी सुविधा प्रदान करने जा रहे हैं। हर्षवर्धन बंसल ने कहा कि वह दिल्ली में कभी सबसे ऊंची धरोहरों में शुमार कुतुब मीनार से प्रेरित रहे हैं, इसलिए कुतुब मीनार की ऊंचाई के समान उनके निर्माणाधीन टॉवर में 20वीं मंजिल पर स्काईवॉक की सुविधा का प्रावधान किया गया है।
उन्होंने बताया कि अमेरीलिस के करीब 40 एकड़ के परिसर स्थित आइकॉनिक टॉवर की ऊंचाई 182 मीटर होगी, जोकि दिल्ली के इस समय सबसे ऊंची इमारत सिविक सेंटर (108 मीटर) से भी ऊंची इमारत होगी। डेवलपर के मुताबिक, अमेरीलिस का पूरा परिसर 2023 तक पूरा होगा, जबकि वर्साचे आइकॉनिक टॉवर 2022 तक पूरा होने की उम्मीद है। अमेरीलिस में कुल 2500 रिहायश यूनिट होंगे जबकि आइकॉनिक टॉवर में सिर्फ 160 यूनिट होंगे। बंसल ने कहा कि टॉवर के 45वीं मंजिल पर स्थित स्वीमिंग पुल से लोग पूरी दिल्ली का नजारा देख पाएंगे।