नई दिल्ली। केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने ने 20 चुने गए शहरों से 25 जून तक ‘स्मार्ट सिटी मिशन’ प्रोजेक्ट शुरू करने को कहा। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए आवंटित धन का इस्तेमाल किसी अन्य कार्य के लिए नहीं किया जा सकता। इसलिए 25 जून तक काम शुरू करने को कहा गया है। उसी दिन स्मार्ट शहर मिशन अपने एक साल पूरे करेगा।
स्मार्ट सिटी के चयन में नहीं हुई कोई राजनीति
वेंकैया नायडू ने जोर देकर कहा कि स्मार्ट सिटी के चयन में कोई राजनीति नहीं हुई है, क्योंकि कई भाजपा शासित राज्य इस लिस्ट में नहीं हैं। कई वीआईपी के क्षेत्र भी इस लिस्ट में शामिल नहीं हैं। भारत स्मार्ट सिटी मिशन का अगला कदम विषय पर एक कार्यशाला को संबोधित करते हुए नायडू ने इस प्रोजेक्ट की सफलता के लिए लोगों का सहयोग मांगा। इस मौके पर राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारी और 20 स्मार्ट सिटी विजेताओं के निगम आयुक्त उपस्थित थे।
स्मार्ट सिटी में क्या है खास, देखे तस्वीरें
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Road Map Of Smart City
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मोदी के पास अलादीन का चिराग नहीं, जनता की भागीदारी जरूरी
नायडू ने कहा, नरेंद्र मोदी के पास कोई अलादीन का चिराग नहीं है कि वह प्रत्येक शहर को स्मार्ट शहर बना सकें। इसमें जनता की भागीदारी की जरूरत है। स्मार्ट शहर के लिए एक स्मार्ट नेता कार्रवाई, सोच और क्रियान्वयन करना वाला होना चाहिए। जब लोग प्रशासन के साथ सहयोग नहीं करेंगे तो किसी शहर को कैसे स्मार्ट बनाया जा सकेगा। नायडू ने कहा, सभी चीजों को देखा जाएगा। इस पैसे का इस्तेमाल किसी और काम के लिए नहीं किया जा सकेगा। मंत्री ने 20 चुने गए शहरों से 25 जून तक स्मार्ट शहर मिशन परियोजना शुरू करने को कहा। उन्होंने कहा, आपको इसके लिए विशेष इकाई (एसपीवी) जल्द बनानी होगी। जिससे इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया जा सके। मैं चाहता हूं कि ये परियोजनाएं इस साल 25 जून तक शुरू हो जाएं। उसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए स्मार्ट शहर मिशन के एक साल पूरे होंगे।