काराकस। वेनेजुएला ने 20 साल में पहली बार पेट्रोल के दाम 6000 फीसदी बढ़ाने का फैसला किया है, हालांकि राष्ट्रपति का दावा है कि बावजूद इसके देश में पेट्रोल बाकी दुनिया की तुलना में सस्ता ही रहेगा। राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने कहा कि प्रीमियम पेट्रोल की रिटेल कीमत 0.01 डॉलर बढ़ाकर 0.60 डॉलर प्रति लीटर की गई है। इसी प्रकार लोअर ग्रेड पेट्रोल की कीमत 0.10 डॉलर प्रति लीटर बढ़ाई गई है। वेनेजुएला में एक साल के दौरान खाद्य पदार्थों की कीमतें 315 फीसदी तक बढ़ गई हैं।
राष्ट्रपति ने वेनेजुएला की आर्थिक हालत सुधारने के लिए देश की मुद्रा बोलिवर्स का अवमूल्यन करने के अलावा कई अन्य बड़े कदम उठाने का भी ऐलान किया है। भारी सब्सिडी वाले पेट्रोल की कीमत बढ़ाने से वेनेजुएला को सालाना 80 करोड़ डॉलर की बचत होगी। पेट्रोल के दाम में इजाफे के बाद टेलीविजन पर जारी संदेश में निकोलस मादुरो ने कहा कि यह बहुत जरूरी कदम है। इसके लिए मैं जिम्मेदारी लेता हूं। मादुरो ने कहा, यह समय ऐसी व्यवस्था को स्थापित करने का है, जिसमें हाइड्रोकार्बंस के उचित मूल्यों पर उपलब्धता की गारंटी हो। लेकिन इसके साथ ही तेल उत्पादन में निवेश भी सुनिश्चित किया जा सके।
वेनेजुएला दुनिया के सबसे अधिक तेल उत्पादन करने वाले देशों में से एक है। पिछले कुछ सालों में वेनेजुएला में तेल के उत्पादन में कमी आई है, लेकिन 2014 के बाद से वैश्विक बाजार में तेल के दामों में भारी कमी के चलते वेनेजुएला को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। वेनेजुएला सरकार के इस फैसले से प्रदर्शन की स्थिति पैदा हो सकती है। वेनेजुएला की आर्थिक हालत इतनी खस्ता है कि नागरिकों को कुकिंग ऑइल और टॉइलट पेपर जैसी चीजों की किल्लत का भी सामना करना पड़ रहा है। वेनेजुएला में लोगों को आवश्यक चीजों की भी भारी किल्लत पैदा हो गई है।
इससे पहले वेनेजुएला में 1989 में तेल के दामों में बड़ा इजाफा किया गया था, जब वैश्विक बाजार में तेल के दामों में कमी के चलते देश में आर्थिक संकट पैदा हो गया था। सरकार के इस फैसले के बाद व्यापक हिंसा भड़क गई थी, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे। पूर्व राष्ट्रपति ह्यूगो शावेज ने अपने कार्यकाल के दौरान 14 सालों तक तेल के दामों को स्थिर कर दिया था। वेनेजुएला की कुल आय का 95 पर्सेंट हिस्सा तेल के निर्यात से आता है। तेल की कम होती कीमतों के चलते वेनेजुएला की अर्थव्यवस्था संकट के दौर से गुजर रही है।