नई दिल्ली। लगातार दबाव में चल रही भारतीय करेंसी रुपए के लिए अच्छी खबर है, दक्षिण अमेरिकी देश वेनेजुएला, भारत को कच्चे तेल की आपूर्ति करके उसका भुगतान भारतीय करेंसी रूपए में लेने को तैयार हो गया है। भारत में वेनेजुएला के राजदूत ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। उनका कहना है कि ऐसा कर दोनों देशों को अमेरिका द्वारा लगाये गये प्रतिबंध से बचाया जा सकेगा।
भारत में वेनेजुएला के राजदूत अगस्तो मोंटिएल ने कहा कि अमेरिका के प्रतिबंध से उनके देश में कच्चे तेल का उत्पादन प्रभावित हुआ है। राजदूत ने उनके घरेलू मामलों में हस्तक्षेप करने पर अमेरिका की आलोचना की। वेनेजुएला चाहता है कि भारत उससे तेल खरीदे और रुपये में भुगतान करे। इस राशि से यह दक्षिण अमेरिकी देश भारत से खाद्य उत्पाद और दवाऐं खरीद सकता है।
वेनेजुएला ने इसी प्रकार की व्यवस्था तुर्की , चीन और रूस के साथ भी की है। भारत के साथ इस प्रकार के भुगतान के लिये मार्च में चर्चा की गई। वित्त और पेट्रोलियम मंत्रालय के साथ यह चर्चा की गई। मंगलवार को दिल्ली में पत्रकारों के साथ बातचीत में मोंटिएल ने कहा कि भारत और वेनेजुएला प्रतिंबधों से बचने का रास्ता निकालने का प्रयास कर रहे हैं।
भारत को अपनी जरूरत का ज्यादातर तेल आयात करना पड़ता है और आयात किए गए ज्यादातर तेल का भुगतान डॉलर में किया जाता है। डॉलर में भुगतान करने के लिए रुपया बेचकर डॉलर खरीदना पड़ता है जिससे रुपये पर दबाव बढ़ता है और डॉलर को मजबूती मिलती है। लेकिन अब क्योंकि वेनेजुएला रुपए में ही भुगतान के लिए राजी हो गया है तो उससे खरीदे जाने वाले तेल के लिए डॉलर खरीदने की जरूरत नहीं होगी। मौजूदा समय में वेनेजुएला बहुत खराब आर्थिक हालात से जूझ रहा है और वह हर स्थिति में अपना तेल निर्यात बढ़ाना चाहता है। ऐसे में वह भारत को कम दरों पर तेल बेचने के लिए भी राजी हो सकता है।