नई दिल्ली। खाद्य तेल उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, रिफाइंड पाम ऑयल के आयात में कमी के कारण पिछले महीने वनस्पति तेल का आयात 10.5 प्रतिशत घटकर 11 लाख टन रह गया। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया यानि एसईए ने एक बयान में कहा कि फरवरी 2020 के दौरान वनस्पति तेल का आयात 11,12,478 टन का हुआ था, जो फरवरी 2019 में 12,42,533 टन था। एसईए ने कहा कि पिछले महीने के कुल वनस्पति तेल आयात में से 10,89,661 टन खाद्य तेल था, जबकि 22,817 टन गैर-खाद्य तेल था। नवंबर 2019 से फरवरी 2020 के दौरान वनस्पति तेल का कुल आयात पिछले वर्ष की इसी अवधि के 48,62,849 टन की तुलना में 6.1 प्रतिशत घटकर 45,63,791 टन रह गया।
तेल वर्ष नवंबर से लेकर अगले वर्ष अक्टूबर माह तक का होता है। एसईए ने कहा कि आठ जनवरी, 2020 से आरबीडी पामोलिन को प्रतिबंधित सूची में रखे जाने के कारण फरवरी 2020 में इसका आयात भारी कमी के साथ मात्र 33,677 टन रह गया। एसोसिएशन के मुताबिक कच्चे सूरजमुखी और कच्चे सोयाबीन तेल के आयात में तेजी से वृद्धि हुई, क्योंकि पाम तेल और हल्के तेलों के बीच का मूल्य अंतर लगभग 75 से 80 डॉलर प्रति टन तक कम हो गया। इससे हल्के माने जाने तेलों का आयात बढ़ गया।