Highlights
- बन सकती है एल्युमिनियम, लौह एवं स्टील और तेल एवं गैस कारोबारों के लिए एक-एक अलग लिस्टेड कंपनी
- बोर्ड ने निदेशकों की मदद के लिए कई सलाहकारों को भी नियुक्त किया
नई दिल्ली। अनिल अग्रवाल की अगुआई वाला वेदांता समूह पुनर्गठन पर विचार कर रहा है, जिसके तहत एल्युमिनियम, लोहा, स्टील और तेल एवं गैस कारोबारों के विघटन एवं उन्हें अलग-अलग इकाइयों के रूप में सूचीबद्ध करने पर विचार किया जा सकता है। समूह की अग्रणी कंपनी वेदांता लिमिटेड ने बुधवार को शेयर बाजारों को दी गई सूचना में कहा कि उसके निदेशक मंडल ने समूह की पुनर्गठन योजना की समीक्षा करने एवं विकल्प सुझाने के लिए निदेशकों की एक समिति गठित की है। वेदांता के मुताबिक, उसके निदेशक मंडल ने तय किया है कि विभिन्न कारोबारों को उनकी प्रकृति, मात्रा एवं संभावित अवसरों को ध्यान में रखते हुए कंपनी को कॉर्पोरेट संरचना की समग्र समीक्षा करनी चाहिए और सभी उपलब्ध विकल्पों पर गौर करना चाहिए। इसमें विलय, अधिग्रहण एवं रणनीतिक भागीदारी जैसे साधन भी शामिल हैं।
समूह की कारोबारी संरचना के विस्तृत मूल्यांकन के बाद एल्युमिनियम, लौह एवं स्टील और तेल एवं गैस कारोबारों के लिए एक-एक अलग सूचीबद्ध कंपनी बनाने की दिशा में कदम उठाया जा सकता है। वेदांता के निदेशक मंडल ने पुनर्गठन की यह प्रक्रिया कॉरपोरेट संरचना को दुरूस्त करने, सभी हितधारकों के हित में और नया कारोबार जुटाने की मंशा से यह निर्णय किया है। इसके लिए बोर्ड ने निदेशकों की मदद के लिए कई सलाहकारों को भी नियुक्त किया है।
ऐलान के साथ चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने लिखा है कि पिछले कुछ समय में समूह अपने कारोबार के प्रदर्शन को बेहतर करने मे सफल रहा है। कैश फ्लो बढ़ा है और कर्ज घटे हैं। आज के फैसले से स्वतंत्र, अपने सेग्मेंट सी अग्रणी, दुनिया भर कार्यरत कंपनियों को तैयार करने में मदद मिलेगी और कंपनी के ग्राहकों, निवेशकों और कर्मचारियों को लंबी अवधि की ग्रोथ और मूल्य में बढ़त का पूरा फायदा मिलेगा। आज वेदांता के स्टॉक में बढ़त देखने को मिली है। स्टॉक आज करीब 2 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ है।