मुंबई। संकट में घिरे उद्योगपति विजय माल्या की परेशानी कम होती नजर नहीं आ रही। दुनिया की सबसे बड़ी शराब कंपनी डायजियो की भारतीय सब्सिडियरी यूनाइटेड स्प्रिट्स ने शनिवार को कहा कि विजय माल्या और उनसे संबंधित कंपनियों ने अक्टूबर 2010 से जुलाई 2014 के बीच 1225.3 करोड़ रुपए का अनुचित लेनदेन किया। उनकी पूर्ववर्ती समूह कंपनी यूनाइटेड स्प्रिट्स लिमिटेड (यूएसएल) ने एक नया खुलासा करते हुए कहा है कि कंपनी से 1,225.3 करोड़ रुपए अनुचित लेनदेन माल्या से जुड़ी किंगफिशर एयरलाइंस और उनकी फार्मूला वन टीम सहित विभिन्न कंपनियों के साथ किया गया।
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यूएसएल ने स्पष्ट किया है कि माल्या के साथ कुछ महीने पहले किए गए समझौते में यह ताजा खुलासा शामिल नहीं है। राशि के दुरुपयोग का यह मामला कंपनी द्वारा की गई अतिरिक्त जांच के बाद सामने आया है। यूनाइटेड स्प्रिट्स लिमिटेड यानी यूएसएल पर अब वैश्विक शराब कंपनी डियाजिओ का नियंत्रण है। यूएसएल ने कहा है कि इस राशि के देनदारी के लिए कंपनी के पूर्व चेयरमैन पर दावा बनता है। इस साल की शुरुआत में उन्होंने यूएसएल के साथ एक समझौता किया था, जिसके तहत उन्हें कंपनी का निदेशक और चेयरमैन पद छोड़ने के लिए 500 करोड़ रुपए देने का वादा किया गया।
यूएसएल बोर्ड की एक बैठक में अतिरिक्त जांच रिपोर्ट पर विचार विमर्श किया गया। बोर्ड ने इस जांच का आदेश अप्रैल 2015 में शुरुआती जांच में पाई गई खामियों को दूर करने के लिए दिया था। उस समय की जांच में भी 1,337 करोड़ रुपए के ऋण में अनुचित व्यवहार पाया गया। यह राशि भी यूएसएल से माल्या के नेतृत्व वाले पूववर्ती यूबी समूह से जुड़ी कंपनियों को दी गई। यूएसएल ने बंबई शेयर बाजार को भेजी ताजा जानकारी में कहा है, अतिरिक्त जांच में पहली नजर में यह पता चलता है कि 913.5 करोड़ रुपए का वास्तवित और संभावित कोष इधर से उधर किया गया। यह राशि 31 मार्च 2015 की विनिमय दर के आधार पर तय की गई है। इसके अलावा यूएसएल और उसकी भारतीय तथा विदेशी अनुषंगियों के बीच 311.8 करोड़ रुपए का अनुचित लेनदेन संभावित है।