सैन फ्रांसिस्को। जो बाइडेन प्रशासन स्मार्टफोन बनाने वाली चीनी कंपनी शाओमी को काली सूची (ब्लैकलिस्ट) से हटाने के लिए सहमत हो गया है। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने कंपनी को काली सूची में डाल दिया था। ट्रंप प्रशासन ने इसे कम्युनिस्ट चीनी सैन्य कंपनी करार दिया था और इसे अमेरिकी कंपनियों के साथ व्यवसाय करने से रोक दिया था।
शाओमी को इस साल जनवरी में कथित चीनी सैन्य कंपनियों की अमेरिकी सैन्य सूची में डाल दिया गया था। वहीं चीनी की ओर से प्रतिबंध के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया था। अब अमेरिकी रक्षा विभाग ने मंगलवार को शाओमी को ब्लैकलिस्ट से हटाने के लिए सहमति व्यक्त की है। इस खबर के चलते शाओमी के शेयरों में 6.5 प्रतिशत से ज्यादा की तेजी आई है।
कोर्ट फाइलिंग में कहा गया है, पक्षकारों ने ऐसे एक रास्ते को लेकर सहमति व्यक्त की है, जो इस मुकदमे को बिना विवादित ब्रीफिंग की आवश्यकता के हल करेगा। इससे पहले मार्च महीने में एक अमेरिकी अदालत ने अस्थायी रूप से श्याओमी पर लगे प्रतिबंध को रोक दिया था।
श्याओमी और अमेरिकी रक्षा विभाग अब अदालत में पेश होने के लिए 20 मई को या उससे पहले संयुक्त प्रस्तावित आदेश पर काम करेंगे। कंपनी के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, हम अपने वैश्विक साझेदारों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि दुनिया में हर कोई नई प्रौद्योगिकी के माध्यम से बेहतर जीवन का आनंद ले सके।
कंपनी का कहना है कि उसका चीनी सेना के साथ संबंध नहीं है। बता दें कि चीनी सेना के साथ कथित संबंधों का हवाला देते हुए श्याओमी को काली सूची में डाल दिया गया था।