वाशिंगटन। अमेरिका ने भारत में बहुप्रतीक्षित वस्तु एवं सेवाकर संविधान संशोधन विधेयक के संसद में पारित होने का स्वागत किया है। उसने कहा कि इसके भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार और निवेश भागीदारी बढ़ाने में दूरगामी मदद मिलेगी। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता एलिजाबेथ ट्रुडेउ ने कहा, हम ऐतिहासिक वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) विधेयक के पारित होने का स्वागत करते हैं।
भारतीय संसद में जीएसटी पारित होने के बारे में किए गए सवाल पर ट्रुडेउ ने कहा, इसके भारतीय अर्थव्यवस्था के लिये दीर्घकालिक लाभ होंगे। इससे हमारे भारत के साथ बढ़ते द्विपक्षीय व्यापार और निवेश भागीदारी में भी फायदा होगा। इससे कार्य क्षमता बढ़ने के साथ ही भारत के कर प्रशासन में विश्वसनीयता भी बढ़ेगी। भारत में अमेरिका के राजदूत रिचर्ड वर्मा ने जीएसटी विधेयक के पारित होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और संसद को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट के जरिये भेजे संदेश में कहा, यह एक महत्वपूर्ण सुधार कार्य है, इससे भारत में आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा।
भारतीय संसद में कल जीएसटी संविधान संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी। अप्रत्यक्ष करों के क्षेत्र में इसे ऐतिहासिक कदम बताया जा रहा है। मिशिगन विश्वविद्यालय के रॉस स्कूल ऑफ बिजनेस में प्रोफेसर पुनीत मनचंदा ने कहा, वस्तु एवं सेवाकर का पारित होना भारत में अब तक का सबसे बड़ा कर सुधार है। उन्होंने कहा, शुरूआत प्रक्रियात्मक विकास होने के बाद इससे आर्थिक वृद्धि के तेजी से बढ़ाने की संभावनाएं हैं। अमेरिका से पहले चीन ने जीएसटी का स्वागत किया था।