वॉशिंगटन। ट्रंप सरकार ने दुनियाभर में अपने राजनयिक मिशन को ऐसे समूहों की पहचान करने के लिए कहा है जिन्हें US वीजा जारी करने के लिए अतिरिक्त जांच की जरूरत है। उनसे US वीजा जारी करने के लिए कठोर बारीकी जांच प्रक्रिया अपनाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन द्वारा सभी राजनयिक को भेजे गए एक पत्र में कहा गया है कि जो लोग अमेरिकी वीजा के लिए आवेदन कर रहे हैं- पर्यटन और कारोबारी वीजा समेत- उनसे पिछले 15 साल के दौरान उनके रोजगार और घर का पता पूछा जाना चाहिए और पिछले पांच साल के दौरान उनके द्वारा उपयोग किए गए सभी फोन नंबर की भी जानकारी जुटानी चाहिए।
15 मार्च को जारी इस पत्र में कहा गया है कि यह अतिरिक्त प्रोटोकॉल ऐसे विदेशी नागरिकों को अमेरिका में प्रवेश करने से रोकने के लिए हैं, जो हिंसक, आतंकी घटनाओं के समर्थक या अंजाम देने वाले, आपराधिक या आंतकी घटनाओं में संलिप्त हो सकते हैं। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि अनुमति देने से पहले कड़ाई से जांच की गई है।
इस पत्र में सभी विदेशी राजनयिकों से विदेशी नागरिकों को वीजा जारी करने के लिए तत्काल एक नई और कठोर जांच प्रणाली बनाने के लिए भी कहा गया है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या इस कदम का भारतीयों पर कोई असर पड़ेगा। पत्र में निर्देश दिए गए हैं कि वीजा जारी करने वाले अधिकारी को आवेदक से कुछ अतिरिक्त सवाल भी पूछने चाहिए। इसमें आवेदक द्वारा पिछले पांच साल के दौरान उपयोग किए गए अपने सभी फोन नंबर, ई-मेल और सोशल मीडिया एकाउंट्स की जानकारी भी वीजा अधिकारी को उपलब्ध करानी होगी।
पत्र में प्रतिदिन वीजा साक्षात्कार की संख्या भी सीमित करने का आदेश दिया गया है। नए आदेश के मुताबिक जांच में सख्ती और पूरा ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रतिदिन प्रति दूतावास केवल 120 वीजा साक्षात्कार की सीमा तय की गई है। 2016 में अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने 1 करोड़ से अधिक नॉन-इमीग्रेंट वीजा और 617,000 इमीग्रेंट वीजा जारी किए थे।