वाशिंगटन। अमेरिकी सरकार को H-1B Visa (सबसे लोकप्रिय अमेरिकी वीजा) के लिए करीब 2.50 लाख आवेदन मिले हैं। इनमें ज्यादातर या तो भारतीय कंपनियों की ओर से या फिर उन कंपनियों से हैं जिनका भारत में कारोबार अधिक है।
यूएस सिटीजनशिप एंड इमीग्रेशन सर्विसेज (यूएससीआईएस) प्रभाग ने गुरुवार को कहा कि संसद द्वारा तय वीजा सीमा पूरी हो गई है। इनमें 20,000 ऐसे आवेदक हैं जिन्होंने अमेरिका में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित विषय (स्टेम) में उच्चतर शिक्षा हासिल की है। यूएससीआईएस ने हालांकि एक अप्रैल से प्राप्त एच-1बी आवेदनों की पूरी संख्या नहीं बताई। इस साल एक अक्टूबर से शुरू हो रहे वित्त वर्ष 2017 के लिए इस लोकप्रिय वीजा के लिए आवेदन की अवधि एक अप्रैल से शुरू हुई।
अमेरिकन इमीग्रेशन लॉयर्स एसोसिएशन (एआईएलए) के नामित अध्यक्ष, बिल स्टॉक ने कहा, हमें पिछले साल 2.30 लाख एच-1बी वीजा आवेदन मिले थे। मुझे लगता है कि इस साल यह अधिक होगा। हमारा मानना है कि इस साल 2.50 एच-1बी आवेदन मिले। वहीं हाल के दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवारी के प्रमुख दावेदार डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार माना कि वह अपनी कंपनियों में उच्च कौशल वाले विदेशी कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए अमेरिकी प्रशासन के एच-1बी वीजा कार्यक्रम का लाभ लेते हैं। पर उन्होंने कहा कि यह सुविधा खत्म होनी चाहिए, क्योंकि यह अमेरिकी कर्मचारियों के साथ ‘बड़ा अन्याय’ है, क्योंकि इससे उनके रोजगार के अवसर मारे जाते हैं।