कैलिफोर्निया। भारत में बादाम की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए अमेरिका कई नए-नए तरीके अपना रहा है। इनमें बादाम को स्वास्थ्यवर्द्धक नास्ते (स्नैक) के रूप में बढ़ावा देना भी शामिल है। इसके अलावा अमेरिकी निर्यातक भारत में दिवाली जैसे त्योहारों और शादी विवाह के मौकों पर मेवे को उपहार के रूप में बांटे जाने के रिवाज का भी फायदा उठाना चाहते हैं।
उल्लेखनीय है कि भारत में बादाम का इस्तेमाल पैकेड खाद्य पदार्थों, त्योहारों पर तोहफे के रूप में बड़े पैमाने पर किया जाता है। आलमंड बोर्ड ऑफ कैलिफोर्निया (एबीसी) के मुताबिक, 2016-17 में अमेरिका का भारत में बादाम निर्यात 16.7 करोड़ पाउंड रहा। यह अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है। अमेरिका के लिए भारत, स्पेन के बाद दूसरा सबसे बड़ा निर्यातक गंतव्य है।
एबीसी के अध्यक्ष और सीईओ रिचर्ड वायकॉट ने कहा कि वृद्धि को ध्यान में रखते हुए बोर्ड भारतीय परिवारों, दिवाली और शादी पर दिए जाने वाले तोहफों और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग पर ध्यान दे रहा है। एबीसी के क्षेत्रीय निदेशक सुदर्शन मजूमदार ने बताया कि पारंपरिक ज्ञान और मान्याताओं के चलते भारत में बादाम का उपभोग सदियों से हो रहा है। लोग स्वास्थ्यवर्द्धक खाद्य पदार्थ के रूप में बादाम को देखना शुरू कर रहे हैं।
बोर्ड ने लोगों को बादाम के स्वास्थ्य लाभ और उन्हें उपभोग करने के विभिन्न तरीकों के बारे शिक्षित करने का लक्ष्य रखा है। बोर्ड के वैश्विक विपणन विभाग की वरिष्ठ निदेसक इमिली फ्लेशमन ने कहा कि एबीसी भारत में लोगों के बीच बादाम की खपत बढ़ाने के अवसरों का उपयोग करने का सोच रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में स्नैक उद्योग के 2024 तक एक अरब रुपए पर पहुंचने का अनुमान है। बादाम को स्वास्थ्यवर्द्धक स्नैक के रूप में बढ़ावा देने से बिक्री में वृद्धि होगी।