न्यूयॉर्क। अमेरिका के न्यूयॉर्क में कच्चे तेल के दाम जून के बाद आज पहली बार 50 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर निकल गए। इसके पीछे अहम वजह अमेरिका में पेट्रोलियम भंडार का कम होना बताया जा रहा है। पिछले सप्ताह ओपेक देशों द्वारा उनके उत्पादन में कटौती की घोषणा के बाद बुधवार को जारी एक साप्ताहिक अमेरिकी रिपोर्ट में उसके कच्चे तेल भंडार में कमी होने की बात कही गई है। वहीं ब्रेंट क्रूड की कीमत 52 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुच गई है। ऐसे में पेट्रोल–डीजल की कीमतों में कटौती के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
कच्चे तेल की कीमतों में 57 फीसदी की उछाल
- गुरुवार को अमेरिका के वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट पर नवंबर में आपूर्ति के लिए दाम 38 सेंट बढ़कर 50.25 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गए।
- ब्रेंट क्रूड (दिसंबर वायदा) एक फीसदी से अधिक उछाल के साथ 52.40 डॉलर प्रति बैरल पहुंच गया है।
- दूसरी ओर इस साल की बात करें को इसमें 57 फीसदी से ज्यादा की तेजी आ चुकी है।
इसलिए कच्चे तेल में आई तेजी
- अमेरिका ऊर्जा विभाग द्वारा बुधवार को जारी की थी रिपोर्ट
- इसके अनुसार अमेरिकी वाणिज्यिक कच्चे तेल भंडार में तीस लाख बैरल की कमी आई है
- 30 सितंबर को खत्म हो रहे सप्ताह के लिए अमेरिका का तेल उत्पादन भी गिर गया है।
- तेल की कीमतौं के उपर चढ़ने की एक और वजह पिछले हफ्ते पेट्रोलियम निर्यात करने वाले देशों के संगठन द्वारा अपने उत्पादन में कटौती करने की घोषणा भी है।