सियोल। स्टील और एल्युमिनियम के बाद अब अमेरिका आयातित कारों पर 25 फीसदी की भारी भरकम ड्यूटी लगाने की तैयारी में है। यदि ऐसा होता है तो अमेरिका में जापान और साउथ कोरिया जैसे देशों के अलावा जर्मनी की लक्जरी कारें महंगी हो जाएंगी। इसी संदर्भ में दक्षिण कोरिया ने अमेरिका से अपील की है कि वह उसके वाहनों को नए 25 फीसदी सीमा-शुल्क से मुक्त रखे।
अमेरिका आयातित वाहनों व अतिरिक्त कल-पुर्जो पर सीमा-शुल्क लगाने की योजना बना रहा है। समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण कोरियाई वित्तमंत्री किम डोंग-योन ने अर्जेटीना के ब्यूनस आयर्स में जी20 शिखर सम्मेलन से इतर शनिवार को अपने अमेरिकी समकक्ष स्टीव मनुचिन से यह आग्रह किया।
वित्त मंत्रालय के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, किम ने मनुचिन से कहा कि दक्षिण कोरियाई वाहनों को व्हाइट हाउस द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा आधार पर लगाए जाने वाले नए टैरिफ से बाहर रखा जाना चाहिए। दक्षिण कोरियाई अधिकारी ने अपने अमेरिकी सहयोगी को एशियाई देश के ऑटोमोबाइल उद्योग के सकारात्मक प्रभाव के बारे में याद दिलाया कि इससे अमेरिका को रोजगार और निवेश मिला है।
मौजूदा समय में अमेरिकी बाजार में जाने वाले दक्षिण कोरियाई वाहन आयात शुल्क के दायरे में नहीं है। ऐसा दोनों देशों के बीच वर्ष 2012 के मुक्त व्यापार समझौते की वजह से है।