![UNFPA के लिए अमेरिकी सहायता में कटौती के होंगे घातक परिणाम, महिलाओं और युवतियों पर होगा असर](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/paisa-new-lazy-big-min.jpg)
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुटेरेस ने अमेरिकी सरकार के संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष UNFPA को दी जानी वाली वित्तीय सहायता में कटौती के फैसले पर गहरा खेद जताया है। और कहा है कि इससे दुनिया में वंचित एवं कमजोर महिलाओं और युवतियों के स्वास्थ्य पर गहरा असर होगा।
संयुक्त राष्ट्र (संरा) प्रमुख ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष जिसे पहले संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या गतिविधि कोष (UNFPA) के नाम से जाना जाता था, को वित्तीय समर्थन में कटौती का जो निर्णय लिया गया है वह एजेंसी के कामकाज को गलत ढंग से परिभाषित किए जाने की वजह से लिया गया है। एजेंसी दुनिया के 150 से अधिक देशों और क्षेत्रों में सक्रिय है।
संरा महासचिव के प्रवक्ता द्वारा जारी वक्तव्य में कहा गया है, संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष के लिए वित्तीय सहायता में कटौती किये जाने के अमेरिका के फैसले पर संरा महासचिव ने गहरा खेद जताया है। अमेरिका के इस निर्णय से दुनियाभर की कमजोर महिलाओं और युवतियों तथा उनके परिवार पर काफी गहरा असर होगा। वक्तव्य में कहा गया है कि गुटेरेस का मानना है कि यह फैसला यूएनएफपीए के कामकाज और उसके महत्व को लेकर गलत धारणा के आधार पर लिया गया है।
संरा प्रमुख ने यूएनएफपीए के दानदाताओं से कोष को अपना समर्थन बढ़ाने की अपील की है ताकि यह वर्तमान मुश्किल घड़ी में अपने महत्वपूर्ण कार्य को जारी रख सके। संरा प्रमुख शरणार्थियों के उच्चायुक्त भी हैं, वह यूएनएफपीए की जीवन रक्षक गतिविधियों पर नजर रखते हैं।