सिंगापुर। इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी (आईईए) की चेतावनी से एशियाई बाजार में अमेरिकी क्रूड का भाव 28 डालर प्रति बैरल से नीचे आ गया। यह इसका 12 साल का नया निचला स्तर है। आईईए ने कहा है कि जिस तेजी के साथ बाजार में कच्चे तेल की सप्लाई बढ़ रही है, उससे लगता है कि तेल का बाजार खत्म हो जाएगा। अमेरिका का बेंचमार्क वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (डब्ल्यूटीआई) 27.55 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया, जो कि सितंबर 2003 के बाद का निचला स्तर है।
क्रूड में 2003 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट
डब्ल्यूटीआई क्रूड 2.74 फीसदी की गिरावट के साथ 27.68 डॉलर प्रति बैरल के आसपास कारोबार कर रहा है। इससे पहले 23 सितंबर 2003 को डब्ल्यूटीआई का दाम 27.13 डालर प्रति बैरल पर था। ब्रेंट क्रूड का दाम 48 सेंट घटकर 28.28 डॉलर पर बोला गया। इससे पहले ब्रेंट क्रूड का दाम नवंबर 2003 में इस स्तर के आसपास था। डेनियल एंज के एनालिस्ट फिलिप फ्यूचर ने कहा, आईईए की रिपोर्ट ने कच्चे तेल के दाम नीचे लाने में बड़ी भूमिका निभाई है।
मांग से ज्यादा सप्लाई होने से गिरावट
आईईए ने मंगलवार को कहा कि तेल के दाम इस साल आगे और गिरेंगे क्योंकि इसकी आपूर्ति मांग के मुकाबले ज्यादा हो रही है। कच्चे तेल के प्रमुख निर्यातक ईरान के बाजार में लौट आने से दूसरे देशों में जो उत्पादन में थोड़ी बहुत कटौती की गई थी उसका असर समाप्त हो गया। आईईए ने कहा है, जब तक कुछ खास बदलाव नहीं आता है, तब तक कच्चे तेल का बाजार अधिक आपूर्ति के प्रवाह में बहता रहेगा। इस लिहाज से कहा जा सकता है कि दाम और नीचे जा सकते हैं। ईरान की राष्ट्रीय ईरानियन तेल कंपनी ने कहा है कि उसने अपना तेल उत्पादन पांच लाख बैरल प्रतिदिन बढ़ाने का आदेश दिया है। ईरान वर्तमान में 28 लाख बैरल प्रतिदिन तेल का उत्पादन करता है और इसमें से 10 लाख बैरल का निर्यात करता है।