नई दिल्ली। बंदरगाहों के विकास से जुड़ी भारत सरकार की महत्वाकांक्षी सागरमाला कार्यक्रम में अमेरिका की कई बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियां रुचि दिखा रही हैं। भारतीय अधिकारियों ने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि कई बड़ी कंपनियों ने भारत को सहयोग देने की इच्छा जताई है।
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अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान गडकरी ने भारत के प्रमुख कंटेनर बंदरगाह जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) के साथ जॉइंट वेंचर की संभावना पर विचार किया। ताकि प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और द्विपक्षीय वाणिज्य बढ़ाया जा सके। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने नए बंदरगाह के निर्माण और विकास, मौजूदा बंदरगाहों पर नए टर्मिनल बनाने, तटीय आर्थिक क्षेत्र, ड्रेजिंग, जहाज निर्माण, जहाज की मरम्मत, जहाज का रीसाइकलिंग, अंतरर्देशीय जलमार्ग के विकास आदि में निवेश संभावनाओं की पेशकश की।
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गौरतलब है कि 150 परियोजनाओं वाली सागरमाला परियोजना में 50-60 अरब डालर का बुनियादी निवेश जुटाने और औद्योगक वृद्धि को प्रोत्साहित करने के संबंध में और 100 अरब डालर जुटाने की क्षमता है। गडकरी ने इस दौरान सागरमाला के उद्देश्यों की भी चर्चा की जिसके तहत आयात-निर्यात के लिए लाजिस्टिक्स की लागत घटाने तथा न्यूनतम बुनियादी ढांचा निवेश के साथ घरेलू व्यापार और 40 लाख नए प्रत्यक्ष और 60 लाख अप्रत्यक्ष रोजगार सृजन का लक्ष्य रखा गया है।