वॉशिंगटन। यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भारत की नई IPR नीति का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई है कि यह कदम मजबूत नवोन्मेषी मॉडल के कार्यान्वयन हेतु जरूरी मजबूत व ढांचागत बदलावों की पूर्व सूचना है।
यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स के बौद्धिक संपदा अधिकार केंद्र (जीआईपीसी) के कार्यकारी निदेशक (अंतरराष्ट्रीय बौद्धिक संपदा) पेट्रिक किलब्राइड ने कहा, हमें उम्मीद है कि यह कदम उन मजबूत व ढांचागत बदलावों की पूर्व सूचना है, जो कि भारत द्वारा मजबूत आईपी अगुवाई वाले नवोन्मेषी मॉडल के कार्यान्वयन के लिए जरूरी हैं। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने विस्तृत राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) नीति की घोषणा की है ताकि उद्यमशीलता, रचनात्मकता व नवोन्मेष को प्रोत्साहित किया जा सके।
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उन्होंने कहा, हम सरकार की इस समझ का स्वागत करते हैं कि भारत की नवोन्मेषी अर्थव्यवस्था को प्रभावी आईपी संरक्षण की जरूरत है और उम्मीद है कि इस प्रतिबद्धता से निर्णायक कानूनी सुधारों की राह खुलेगी। वहीं भारत व अमेरिका ने ब्रेन ट्रस्ट गठित किया है तकि दोनों देशों के वैज्ञानिक समुदाय में सहयोग को मजबूत बनाया जा सके। अमेरिका में भारत के राजदूत अरुण के सिंह ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा है कि यह दोनों देशों ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए फायदे का सौदा है।
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