न्यूयॉर्क। अमेरिका के करीब 20 अरबपतियों ने कहा कि जलवायु परिवर्तन, अमीरी-गरीबी की बढ़ती खाई को पाटने और अन्य प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए उन पर अधिक कर लगाया जाना चाहिए। सोमवार को इन अत्यधिक अमीर अमेरिकियों ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों से चिट्टी लिखकर कहा कि वे अमीरों पर ऊंचा कर लगाने को समर्थन दें। यह संदेश देने वाले समूह में जॉर्ज सोरोस, फेसबुक के सह संस्थापक क्रिस ह्यूजेज, वॉल्ट डिज्नी के वंशज और हयात होटल श्रृंखला के मालिक शामिल हैं।
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अरबपतियों के समूह ने कहा कि अमेरिका की हमारी संपत्ति पर अधिक कर लगाना एक नैतिक, सैद्धांतिक और आर्थिक जिम्मेदारी बनती है। इन लोगों ने कहा कि अरबपति निवेशक वॉरेन बफे ने कहा था कि उन पर उनके सचिव से भी कम की दर से कर लगता है। समूह ने कहा कि संपदा कर से जलवायु समस्या को हल किया जा सकता है और अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य को सुधारा जा सकता है, इससे हमारी लोकतांत्रिक आजादी भी मजबूत होगी।
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इस समूह ने कहा है कि 5 करोड़ डॉलर से अधिक पर 2 प्रतिशत और एक अरब डॉलर से अधिक पर अतिरिक्त 1 प्रतिशत कर लगाया जाना चाहिए। 61 फीसदी लोग पक्ष में गौरतलब है कि अमेरिका की संपत्ति असमानता को लेकर सीनेटर एलिजाबेथ वारेन ने अति अमीर लोगों पर 'समृद्धि कर' लगाने का प्रस्ताव रखा है।
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अमेरिका में वारेन के प्रस्ताव के बाद किए गए जनमत सर्वेक्षण में 61 प्रतिशत मतदाता ऐसे कर के पक्ष में हैं, जबकि 20 प्रतिशत विरोध में। 19 प्रतिशत लोगों का कहना है कि वे अनिश्चय में हैं जबकि 50 प्रतिशत रिपब्लिकन वोटर और तीन तिहाई डेमोक्रेट वोटर कर के पक्ष में हैं।