नई दिल्ली। नोटबंदी के बाद पहली बार रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा, केंद्रीय बैंक स्थिति की दैनिक आधार पर निगरानी कर रही है। पटेल ने कहा कि आरबीआई उन नागरिकों की वास्तविक परेशानी को कम करने के लिए सभी जरूरी कदम उठा रहा है जो ईमानदार हैं और जिन्हें तकलीफ हुई है। गौरतलब है कि मोदी सरकार ने 8 नवंबर को 500 और 1000 रुपए के नोट को बंद करने का फैसला किया था।
पटेल ने कहा कि बैंकों में नकदी का प्रवाह बढ़ा है, प्रयास है कि स्थिति यथाशीघ्र सामान्य हो। आगे गवर्नर ने कहा कि नोट की मांग पूरा करने के लिए नोट मुद्रण कारखानों को पूरी क्षमता के साथ चलाया जा रहा है। नोट उपलब्ध हैं और बैंक उन्हें अपनी शाखाओं तथा एटीएम तक पहुंचाने के लिए मिशन के रूप में काम कर रहे हैं।
नोट का नकल करना मुश्किल
- पटेल ने कहा कि नए 500 और 2,000 रुपए के नोटों के डिजाइन ऐसे हैं कि उनकी नकल करना मुश्किल होगा।
- आरबीआई गवर्नर ने जनता से नकद की जगह डेबिट कार्ड जैसे विकल्पों का इस्तेमाल करने की अपील की है।
- उन्होंने कहा कि इससे लेन-देन सस्ता और आसान होगा।
आईसीआईसीआई बैंक ने गांवों में मोबाइल शाखाओं की तैनाती की
- बैंक सुविधा से वंचित गांवों में पहुंचने के इरादे से आईसीआईसीआई बैंक ने महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और ओडि़शा में मोबाइल शाखाओं की तैनाती की है।
- इसका मकसद ग्राहकों को आसानी से वित्तीय जरूरतें पूरा करने में मदद करना है।
- मोबाइल शाखाएं 25,000 ग्रामीण ग्राहकों को सेवाएं दे रही हैं।
तस्वीरों में देखिए कैसे छोटे-छोटे विक्रेता कर रहे हैं Paytm का इस्तेमाल
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आईसीआईसीआई बैंक के प्रबंध निदेशक तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी चंदा कोचर ने कहा, बैंक सुविधाओं से अब भी वंचित गांवों में मोबाइल शाखाओं की तैनाती की गयी है। यह बैंक का सुदूर गांवों तक विस्तार की दिशा में एक और कदम है।