नई दिल्ली। स्थानीय शेयर बाजार रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर उर्जित पटेल को नया गवर्नर नियुक्त किए जाने के सरकार के निर्णय का इस सप्ताह उत्साहपूर्वक स्वागत कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि पटेल की नियुक्ति से निवेशकों के बीच संकेत गया है कि सरकार नीतिगत निरंतरता में विश्वास करती है। सैम्को सिक्योरिटीज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिमीत मोदी ने कहा, नए गवर्नर की नियुक्ति बाजारों के लिए अच्छी मानी जा रही है क्योंकि इससे नीतियों में कोई बड़ा बदलाव आने की संभावना नहीं है। डिप्टी गवर्नर के रूप में उन्हें देश के आर्थिक मामलों की पूरी जानकारी है। हमारा मानना है कि नीति में निरंतरता बाजार की दृष्टि से सकारात्मक होगी। पटेल रिजर्व बैंक के 24वें गवर्नर होंगे। वह रघुराम राजन का स्थान लेंगे जो चार सितंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
प्रभुदास लीलाधर के मुख्य कार्यकारी और मुख्य पोर्टफोलियो प्रबंधक-पीएमएस अजय बोदके ने कहा, घरेलू और विदेशी संस्थागत निवेशक पटेल को राजन का उत्तराधिकारी नियुक्त करने का स्वागत करेंगे। यह रिजर्व बैंक द्वारा अपनाई जा रही मौद्रिक नीति में निरंतरता की दृष्टि से अच्छा है। बाजार मजबूती से इस नियुक्ति का स्वागत करेंगे। डिप्टी गवर्नर के रूप में पटेल मौद्रिक नीति रिपोर्ट का मसौदा करने वाली रिजर्व बैंक की समिति के प्रमुख थे। एम्के ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के संस्थागत अनुसंधान प्रमुख, अर्थशास्त्री एवं रणनीतिकार धनंजय सिन्हा ने कहा, वह मौद्रिक नीति सुधारों की समिति के वास्तुकार थे। उनकी नियुक्ति स्वतंत्र नीति प्रक्रिया का संकेत देने वाली है। एक प्रकार से उनकी नियुक्ति की घोषणा से राजन के जाने के बाद पैदा होने वाली स्थिति को लेकर कुछ हलकों से जताई जा रही चिंता दूर हो सकेगी।
जियोजित बीएनपी परिबा के निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि पटेल द्वारा राजन के ही तेजतर्रार रख को जारी रखने की उम्मीद है। यह अर्थव्यवस्था के लिए दीर्घावधि में अच्छा होगा। बीते सप्ताह बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 75.40 अंक या 0.26 प्रतिशत तथा नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 5.25 अंक या 0.06 प्रतिशत नीचे आया। सेंट्रम ब्रोकिंग के ईडी एवं सीईओ संदीप नायक ने कहा, पटेल की पदोन्नति एकीकरण का संकेत है। यह मुद्रास्फीति को लक्ष्य करने वाली रिजर्व बैंक की नीति में निरंतरता के लिए अच्छा है। यह स्वागत योग्य फैसला है जिसका अंतरराष्ट्रीय निवेशक सकारात्मक अंदाज में स्वागत करेंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि इसके अलावा सप्ताह के दौरान डेरिवेटिव निपटान की वजह से बाजार में उतार-चढ़ाव रह सकता है।