नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से अक्तूबर के दौरान देश का यूरिया आयात 7.25 प्रतिशत कम होकर 37.10 लाख टन पर आ गया। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 40 लाख टन रहा था। यह आंकड़ा फर्टिलाइजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने जारी किया। भारत यूरिया का दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। देश का यूरिया उत्पादन कुल मांग 320 लाख टन से कम रहने के कारण करीब 50-70 लाख टन यूरिया का सालाना आयात करना पड़ता है।
आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष में देश का यूरिया उत्पादन पिछले वित्त वर्ष के 242 लाख टन की तुलना में करीब 240 लाख टन रहने की उम्मीद है। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-अक्तूबर अवधि के दौरान घरेलू यूरिया उत्पादन 135.3 लाख टन रहा है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 140.4 लाख टन रहा था। यूरिया का उत्पादन खर्च करीब 16 हाजर रुपये प्रति टन आता है जबकि इसे छूट के साथ 5,360 रुपये प्रति टन की दर पर बेचा जाता है।