नई दिल्ली। इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने अपने मंत्रालय तथा सार्वजनिक क्षेत्र की इस्पात कंपनियों के कर्मचारियों से कहा है कि वे देश की अर्थव्यवस्था को 5,000 अरब डॉलर तक पहुंचाने के प्रयासों में अपना योगदान दें।
कर्मचारियों को लिखे पत्र में प्रधान ने अर्थव्यवस्था में इस्पात क्षेत्र के महत्व को रेखांकित करते हुए वृद्धि की कहानी में भी क्षेत्र की भूमिका का जिक्र किया। प्रधान ने पत्र में कहा कि हम देश को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए मिशन के रूप में काम कर रहे हैं। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विचार है और इस यात्रा में आप सभी को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा है कि देश को 2024 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का लक्ष्य करना चाहिए। इस्पात उद्योग के महत्व पर प्रधान ने कहा कि यह क्षेत्र अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। देश के लगभग प्रत्येक क्षेत्र चाहे वह बुनियादी ढांचा हो या निर्माण, वाहन हो या पेट्रोलियम, बिजली, कोयला हो या विनिर्माण सभी में इस्पात क्षेत्र की भूमिका है।
प्रधान ने कहा कि भारतीय इस्पात उद्योग में वैश्विक बाजार और राष्ट्रीय वृद्धि को प्रभावित करने की व्यापक क्षमता है। उन्होंने कर्मचारियों से कहा कि देश के इस्पात क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में आपकी भी बड़ी भूमिका है।