नई दिल्ली। यूनियन बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड कर्ज दरों (Marginal cost of funds based lending rate – MCLR) में 0.15 प्रतिशत कटौती की है। नई दर 11 अगस्त से लागू होगी। यूनियन बैंक ने एक विज्ञप्ति में कहा कि उसने एक साल के एमसीएलआर को 7.40 प्रतिशत से घटाकर 7.25 प्रतिशत कर दिया है। लंबी अवधि के अधिकांश कर्ज जैसे घर कर्ज की दरें इसी के आधार पर तय होती है। एक दिन के कर्ज के लिये एमसीएलआर 6.80 प्रतिशत होगी जबकि तीन महीने और छह महीने की अवधि के लिये यह क्रमश: 6.95 प्रतिशत और 7.10 प्रतिशत होगी। बयान के अनुसार जुलाई 2019 के बाद से मानक दर लगातार 14वीं बार घटायी गयी है।
वहीं आज से ही सार्वजनिक क्षेत्र के एक और बैंक आईओबी (इंडियन ओवरसीज बैंक) ने भी सभी अवधि के लिये एमसीएलआर 0.10 प्रतिशत कम कर दी है। आईओबी ने पिछले सप्ताह शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि एक साल के लिये एमसीएलआर 7.75 प्रतिशत से कम कर 7.65 प्रतिशत किया गया है। नई दरें सोमवार से प्रभाव में आ गयी हैं। इसके अलावा पुणे के बैंक ऑफ महाराष्ट्र (बीओएम) ने भी सात अगस्त से एमसीएलआर में 0.20 प्रतिशत की कटौती की है।
पिछले एक महीने के दौरान कई बैंक अपनी MCLR में कटौती कर चुके हैं। इसमें एसबीआई, एचडीएफसी बैंक और यूनियन बैंक शामिल हैं। पिछले महीने जुलाई के दूसरे हफ्ते में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने में छोटी अवधि के लिए एमसीएलआर में 5 से 10 बेस प्वाइंट की कटौती की थी। इसके साथ ही एचडीएफसी बैंक ने MCLR में 20 बेस प्वाइंट की कटौती की थी। कटौती के बाद एक साल के लिए MCLR घटकर 7.45 फीसदी हो गई। वहीं यूनियन बैंक ने भी पिछले महीने MCLR में 20 बेस प्वाइंट की कटौती की थी