नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी एयरटेल पर आरोप है कि उसने अपने उपभोक्ताओं को बिना बताए उनके पेमेंट बैंक खाते खोले हैं। अंग्रेजी समाचार पत्र टीओआई की खबर के मुताबिक एयरटेल पर आरोप है कि उसने इस तरह का काम करते हुए आधार एक्ट का उलंघन किया है और आधार का संचालन करने वाली संस्था UIDAI ने इस मामले को लेकर एयरटेल की जांच शुरू कर दी है, आरोप अगर सही साबित हुए तो एयरटेल पर जुर्माना हो सकता है।
खबर के मुताबिक यह मामला तब सामने आया जब कुछ एयरटेल उपभोक्ताओं के उपभोक्ताओं की एलपीजी गैस सब्सिडी एयरटेल के खोले हुए पेमेंट बैंक खाते में ट्रांस्फर हुई, ग्राहकों की गैस सब्सिडी जब उनके द्वारा लिंक किए हुए सामान्य बैंक खातों में नहीं आई तो उन्होंने इसकी शिकायत की, शिकायत के बाद पता चला की गैस सब्सिडी पेमेंट खातों में गई है, आगे जांच हुई तो पता चला की ग्राहको को अपने पेमेंट बैंक खाते के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है। एयरटेल पर आरोप है कि उसने मोबाइल नंबर को आधार से जोड़ने के लिए उपभोक्ताओं से आधार नंबर मांगा और बिना उनकी इजाजत के उनका पेमेंट बैंक खाता खोल दिया। खबर के मुताबिक डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांस्फर स्कीम के तहत अबतक पेमेंट बैंक खातों में करीब 40 करोड़ रुपए ट्रांस्फर भी किए जा चुके हैं।
खबर के मुताबिक UIDAI के सीईओ अजय भूषण पांडे ने कहा है कि उन्हें इस तरह की शिकायतों की जानकारी मिली है और मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जांच होने पर अगर इस मामले की पुष्टि होती है तो यह काफी संवेदनशील मामला होगा। खबर के मुताबिक एयरटेल ने इसपर सफाई देते हुए कहा कि कंपनी ने सभी पेमेंट बैंक ग्राहकों की मंजूरी के बाद ही खोले हैं। एयरटेल ने यह भी कहा है कि रसोई गैस सब्सिडी के लिए ग्राहकों से अलग से मंजूरी ली गई है।
इस खबर के आने के बाद शेयर बाजार में शेयर एक्सचेंजों ने भी कंपनी के खबर के बारे में सपष्टिकरण मांगा है, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज ने एयरटेल से इस खबर की सच्चाई के बारे में जवाब मांगा है।