नयी दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक का चालू वित्त वर्ष की दिसंबर, 2019 को समाप्त तीसरी तिमाही का शुद्ध घाटा कम होकर 960.17 करोड़ रुपए पर आ गया है। डूबे कर्ज और प्रावधान की वजह से बैंक अभी घाटे में ही बना हुआ है। कोलकाता के बैंक को इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 998.74 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय बढ़कर 4,514.21 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 3,585.56 करोड़ रुपये थी।
यूको बैंक की सकल गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) 19.45 प्रतिशत पर थीं। एक साल पहले समान अवधि में बैंक का सकल एनपीए 27.39 प्रतिशत था। इसी तरह बैंक का शुद्ध एनपीए भी घटकर आधा यानी 6.34 प्रतिशत रह गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 12.48 प्रतिशत था। मूल्य के हिसाब से बैंक का सकल एनपीए घटकर 22,139.65 करोड़ रुपए रह गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 31,121.79 करोड़ रुपये था।
इसी तरह बैंक का शुद्ध एनपीए घटकर 6,199.65 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले समान तिमाही में 11,755.61 करोड़ रुपये रहा था। समीक्षाधीन तिमाही में बैंक का डूबे कर्ज के लिए प्रावधान घटकर 1,645.51 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले समान तिमाही में 2,243.85 करोड़ रुपये था।