नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के दो बैंकों ने आज अपनी कर्ज दरों में नरमी की है। यूको बैंक ने सभी अवधि वाले कर्ज के लिए मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड कर्ज दरों (Marginal cost of funds based lending rate –MCLR) में 0.10 प्रतिशत की कटौती की है। यूको बैंक ने शुक्रवार को कहा कि संशोधित कर्ज दरें 10 अगस्त से प्रभावी होंगी। इससे बैंक का एमसीएलआर से जुड़ा कर्ज सस्ता हो जाएगा। बैंक ने कहा कि एक साल की एमसीएलआर अब घटकर 7.40 प्रतिशत रह जाएगी। अभी यह 7.50 प्रतिशत है। इसी तरह तीन माह और छह माह की एमसीएलआर को भी घटाकर क्रमश: 7.05 प्रतिशत और 7.30 प्रतिशत किया गया है।
वहीं सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) ने अपनी आधार दर 0.10 प्रतिशत घटाकर 9.35 प्रतिशत कर दी है। आईओबी ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, ‘‘बैंक की संपत्ति देनदारी प्रबंधन समिति ने आधार दर 9.45 प्रतिशत से कम कर 9.35 प्रतिशत करने का निर्णय किया है। नई दर 10 अगस्त, 2020 से प्रभाव में आएगी।’’ आधार दर न्यूनतम ब्याज दर है, इससे नीचे बैंक ग्राहकों को कर्ज नहीं दे सकता। आधार दर के नीचे लाने का मतलब बैंक अब दरों के निचले स्तर के आधार पर कर्ज दे सकता है।
पिछले एक महीने के दौरान कई बैंक अपनी MCLR में कटौती कर चुके हैं। इसमें एसबीआई, एचडीएफसी बैंक और यूनियन बैंक शामिल हैं। पिछले महीने जुलाई के दूसरे हफ्ते में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने में छोटी अवधि के लिए एमसीएलआर में 5 से 10 बेस प्वाइंट की कटौती की थी। इसके साथ ही एचडीएफसी बैंक ने MCLR में 20 बेस प्वाइंट की कटौती की थी। कटौती के बाद एक साल के लिए MCLR घटकर 7.45 फीसदी हो गई। वहीं यूनियन बैंक ने भी पिछले महीने MCLR में 20 बेस प्वाइंट की कटौती की थी