नई दिल्ली। रिलायंस जियो की लॉन्चिंग को लेकर लगाए जा रहे तमाम कयासों के बीच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वित्तीय सेवाएं देने वाली कंपनी यूबीएस ने कहा है कि कंपनी की सेवाएं पूरे देश में दिसंबर तक लॉन्च हो सकती है। यूबीएस का मानना है कि रिलायंस Jio की ओर से 4G सर्विस का सॉफ्ट लॉन्च भले ही इस महीने के अतं तक कर दिया जाए लेकिन पूरे देश में सेवाएं कंपनी दिसंबर तक ही दे पाएगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल में ही ऐसी खबरें आई थी कि कंपनी की ओर से 4G सिम कार्ड की ब्रिकी शुरू की जा चुकी है। लेकिन मुबंई और दिल्ली में अपने सूत्रों ने यूबीएस को पता चला है कि अभी तक रिटेल स्टोर पर 4जी सिम कार्ड बिक्री के लिए उपलब्ध नहीं हैं।
अभी रिलायंस Jio के 4G डेटा कार्ड केवल कंपनी के कर्मचारियों के लिए ही उपलब्ध हैं। जिनकों रिलायंस Jio की ओर से दिसंबर में 4जी सेवा के वीटा लॉन्च के समय दिया गया था। टेस्ट सिम पर जब रिलायंस जियो के इंटरनेट की स्पीड रिलायंस के ही आउटलेट पर चेक की गई तो यह करीब 18 से 20 Mbps के करीब थी। जो वोडाफोन की 4जी स्पीड 8 से 10 Mbps के दोगुने से भी ज्यादा थी।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उम्मीद लगाई जा रही है कि रिलायंस जियो शुरूआत में 4जी सर्विस को केवल LYF ब्रांड के मोबाइल फोन पर ही शुरू करेगी। जबकि अलग से 4जी सिम की बिक्री 2016 के अंत में शुरू होगी। देश में एयरटेल ने सबसे पहले 4जी सर्विस लॉ़न्च की। ऐसे में कंपनी को सबसे पहले आने का फायदा मिला। मौजूदा समय में एयरटेल देश के कुल 15 सर्किल में 4G सेवाएं दे रही है। जबकि आईडिया 10 सर्किल के कुल 575 कस्बों तक अपने पैर पसार चुकी है। वहीं वोडाफोन ने अपनी जगह अभी 5 सर्किल में ही बनाई है।
रिलायंस जियो से पहले लॉन्च हुए ये LYF ब्रांड के मोबाइल फोन
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रिपोर्ट में इस बात की उम्मीद जताई गई है कि रिलायंस जियो की सर्विस में हो रही देरी दूसरी कंपनियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। इससे दूसरी कंपनियों को ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने का समय मिलेगा। जिसके लिए कंपनियां अच्छे से अच्छे ऑफर लाने का प्रयास करेंगी। हालांकि यह तय है कि रिलायंस जियो के देशभर में लॉ़न्च होने के बाद भारत के इंटरनेट और स्मार्टफोन दोनों ही बाजारों में एक बड़ा अंतर देखने को मिलेगा। यूबीएस की रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है कि 2026 तक भारत का इंटरनेट डेटा बाजार मौजूदा बाजार से 9 गुना बढ़कर3800 करोड़ डॉलर का हो जाएगा।