Highlights
- वित्त वर्ष 2022-23 में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया।
- वित्त वर्ष 2023-24 में 6 प्रतिशत रह सकती है GDP वृद्धि दर।
- रिजर्व बैंक ने भी चालू वित्त वर्ष में 9.5 प्रतिशत GDP वृद्धि का अनुमान लगाया है।
मुंबई: स्विस ब्रोकरेज कंपनी यूबीएस सिक्योरिटीज ने उम्मीद से ज्यादा तेज पुनरुद्धार, उपभोक्ताओं का भरोसा बढ़ने और खर्च में बढ़ोतरी का हवाला देते हुए चालू वित्त वर्ष के लिए अपने वृद्धि अनुमान को संशोधित कर सितंबर के 8.9 फीसदी से बढ़ाकर 9.5 फीसदी कर दिया है। ब्रोकरेज कंपनी ने वित्त वर्ष 2022-23 में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया, जो वित्त वर्ष 2023-24 में छह प्रतिशत रह सकती है।
वित्त वर्ष 2022-23 के अंत तक निम्न ब्याज दर की व्यवस्था से होने वाले फायदे खत्म होने के अनुमान के चलते 2023-24 में वृद्धि दर में कमी की बात कही गई। केंद्रीय बैंक अगले वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में नीतिगत दरों में 50 आधार अंकों की बढ़ोतरी कर सकता है। रिजर्व बैंक ने भी चालू वित्त वर्ष में 9.5 प्रतिशत जीडीपी वृद्धि का अनुमान लगाया है, जबकि औसत अनुमान 8.5 से 10 प्रतिशत के बीच है। सरकार का अनुमान करीब 10 फीसदी है। वित्त वर्ष 2021-22 की जून तिमाही में जीडीपी 20.1 फीसदी बढ़ी।