नई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र के यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (UBI) ने विभिन्न परिपक्वता अवधि वाले कर्ज पर कोष की सीमांत लागत आधारित दर (MCLR) में 0.05 प्रतिशत तक की वृद्धि की है। संशोधित दरें 14 सितंबर 2018 से लागू होंगी। यूनाइटेड बैंक ने गुरुवार को शेयर बाजार को बताया कि बैंक की संपत्ति देनदारी समिति ने विभिन्न परिपक्वता अवधि के लिये MCLR में संशोधन किया है।
बैंक ने एक वर्ष की परिपक्वता अवधि के लिये MCLR को 8.80 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.85 प्रतिशत किया है। छह महीने और तीन महीने की परिपक्वता अवधि के लिये MCLR को बढ़ाकर क्रमश: 8.65 और 8.55 प्रतिशत किया गया है। बैंक ने कहा कि एक दिन और एक महीने की अवधि के लिये MCLR को 8.15 प्रतिशत और 8.40 प्रतिशत किया गया है।
इस महीने की शुरुआत में भारतीय स्टेट बैंक ने विभिन्न परिपक्वता अवधि वाले कर्ज पर MCLR में 0.2 प्रतिशत की वृद्धि की थी। इसी प्रकार, आईसीआईसी बैंक ने एक वर्ष की अवधि के लिये MCLR को 0.15 प्रतिशत बढ़ाकर 8.55 प्रतिशत किया। बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी विभिन्न परिपक्वता अवधि के लिये MCLR में 0.05 प्रतिशत तक की वृद्धि की थी।