हैदराबाद। एप आधारित टैक्सी सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनी उबर भारत में अपना पेमेंट वॉलेट शुरू करने की तैयारी में है। मौजूदा समय में उबर का पेटीएम के साथ समझौता है जिससे उसके ग्राहक डिजिटल तौर पर पेमेंट करते हैं। दूसरी ओर कंपनी ने अपने प्लेटफॉर्म पर काम करने वाले चालकों और मालिकों को वाहन खरीद और वित्तीय समाधान के साथ अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए टाटा के साथ समझौता किया है।
उबर एशिया के कारोबारी प्रमुख एरिक एलेक्जेंडर ने कहा कि स्थानीय कंपनियों के साथ मिलकर काम करने की उबर की रणनीति ही उसकी सफलता का हिस्सा है। उन्होंने हाल ही में पेटीएम के साथ साझेदारी की घोषणा की है। वह इसे जारी रखना चाहेंगे लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि उन्होंने उस विचार (स्वयं का भुगतान वॉलेट) को त्याग दिया है। वह अपने विकल्प हमेशा खुले रखते हैं। इसके अलावा सर्ज प्राइसिंग (व्यस्त समय में बढ़ते किराए की व्यवस्था) पर उन्होंने कहा कि यह विशुद्ध रूप से उस समय की मांग-आपूर्ति पर निर्भर करता है और उस समय किराया कंप्यूटर द्वारा तय किया जाता है।
दूसरी ओर कंपनी ने कहा कि इस साझेदारी के तहत जो लोग उबर के मंच पर कार परिचालन की योजना बना रहे हैं वह उसके इंडिका और इंडिगो जैसे वाहनों की खरीद कर सकते हैं और इसके लिए वह टाटा कैपिटल एवं टाटा मोटर्स फाइनांस से आसान वित्त समाधान भी ले सकते हैं। टाटा संस के प्रमुख अधिकारी मधु कन्नन ने बताया कि वे टाटा एआईजी से बीमा खरीदने के लिए भी योग्य होंगे।