नई दिल्ली। एप आधारित टैक्सी सेवा मुहैया कराने वाली अमेरिकी कंपनी उबर ने कहा है कि वह भारत में निवेश करने के दौर में है और आगे ग्राहकों के पसंद की सुविधाओं को पेश करने पर खर्च जारी रखेगी। गौरतलब है कि उबर 3.5 अरब डॉलर का कोष जुटाने के बहुत करीब है।
कंपनी ने बताया कि भारत, अमेरिका और चीन के बाद उसके लिए तीसरा सबसे बड़ा बाजार है और 2014 की तुलना में उसने 2015 में 26 गुना वृद्धि दर्ज की है। उबर इंडिया के अध्यक्ष अमित जैन ने कहा कि वह भारत में निवेश के दौर में है। हर देश अलग होता है और इसलिए आपको खुद को हर बाजार की जरूरत के हिसाब से ढालना होता है। उन्होंने धीमी नेटवर्क स्थितियों पर एप को काम करने के लिए बदला है और नकद भुगतान का मॉडल अपनाया है जो कि विश्व में पहली बार उन्होंने किया है।
भारत में उबर का सीधा मुकाबला भारतीय कंपनी ओला से है। ओला और उबर दोनों की ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए तमाम ऑफर्स समय समय पर चलाती हैं। साथ ही देश के छोटे शहरों में भी दोनों ही कंपनियां अपनी पकड़ बनाने का प्रयास कर रही हैं। बाजार हिस्सेदारी के लिहाज से ओला, उबर से आगे है। ओला की ओर से हाल में लॉन्च की गई सर्विस ओला माइक्रो ने उबर को कड़ी टक्कर दी है।
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