नई दिल्ली। यूनाइटेड ब्रीवरीज होल्डिंग लिमिटेड (यूबी होल्डिंग ) ने गत वित्त वर्ष के वित्तीय परिणाम दाखिल करने के लिए एक महीने का समय मांगा है। कंपनी ने इस संदर्भ में कंपनी के चेयरमैन विजय माल्या के खिलाफ उच्चतम न्यायालय व ऋण वसूली न्यायाधिकरण (डीआरटी) में जारी मामलों से उपजी अनिश्चितता को जिम्मेदार ठहराया है। ये मामले समूह की बंद पड़ी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस पर विभिन्न बैंकों के 9000 करोड़ रुपए से अधिक के बकाये से जुड़े हैं।
यूबीएचएल ने इस बारे में प्रमुख शेयर बाजार एनएसई व बीएसई को पत्र भेजे हैं। इनके अनुसार, उसे 2015-16 के लिए अंकेक्षित एकल परिणाम 31 मई तक दाखिल करने की अनिवार्यता को पूरा करने में दिक्कत है। सेबी कानून के तहत किसी भी कंपनी को प्रत्येक वित्त वर्ष समाप्त होने के 60 दिन में अपने वित्तीय परिणाम दाखिल करने होते हैं।
कंपनी ने पत्र में कहा है, जैसा आपको विदित है कि यूबीएचएल की समूह कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस पर अनेक बैंकों का कर्ज है। इस संबंध में यूबीएचएल के चेयरमैन विजय माल्या ने उच्चतम न्यायालय में एक निपटान पेशकश एसबीआई की अगुवाई वाले बैंक समूह से की है। बैंकों को समूह इस पेशकश पर विचार कर रहा है। कंपनी ने उक्त सारे घटनाक्रम तथा डीआरटी में दो जून को होने वाली पहली सुनवाई का हवाला देते हुए कहा है कि ये विशिष्ट हालात हैं, जिनसे निपटना उसके हाथ में नहीं। कंपनी ने वित्तीय परिणाम दाखिल करने के लिए 31 जुलाई तक का समय मांगा है।
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