नई दिल्ली। शुक्रवार को कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) इस साल के अंत तक संकटग्रस्त पाकिस्तान में 5 अरब डॉलर का निवेश करेगा। यह निवेश एक ऑयल रिफाइनरी प्रोजेक्ट की स्थापना में किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि यूएई का भारत के साथ भी कारोबारी रिश्ता है और सितंबर के अंतिम सप्ताह में कॉमर्स और इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल दुबई दौरे पर गए थे, जहां यूएई के 17 कंपनियों ने भारत के फूड सेक्टर में अगले तीन सालों के दौरान 7 अरब डॉलर का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है।
पाकिस्तान में यूएई के राजदूत इब्राहिम सलेम अल-जाबी के हवाले से अरब न्यूज ने कहा है कि यह प्रोजेक्ट यूएई-पाकिस्तान संबंधों की मजबूती को पूरी दुनिया के सामने रखेगा। उन्होंने कहा कि हम जल्द ही पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक बड़ा निवेश करने जा रहे हैं और यह एक रिफाइनरी प्रोजेक्ट में होगा।
उन्होंने बताया कि 5 अरब डॉलर का निवेश के लिए एक संयुक्त उपक्रम अबू धाबी की पेट्रोलियम कंपनी मुबादला, पाक अरब रिफाइनरी लिमिटेड (पारको) और ओएमवी (ओएमवी पाकिस्तान एक्सप्लोरेशन गैसेलशाफ्ट) के बीच बनाया जाएगा।
यूएई राजदूत ने कहा कि दोनों देशों की सरकारों ने इस रिफाइनरी प्रोजेक्ट की शर्तों को अंतिम रूप दिया है। इसके लिए कई बैठक हुईं। कुछ महीने पहले मुबादला पेट्रोलियम के सीईओ के नेतृत्व में यूएई का एक दल पाकिस्तान दौरे पर आया था और वहां बोर्ड ऑफ इनवेस्टमेंट चेयरमैन और पेट्रोलियम मंत्री से मिला था।
जुलाई में आईएमएफ ने भी पाकिस्तान को 6 अरब डॉलर के कर्ज को मंजूरी दी है। नकदी संकट से परेशान पाकिस्तान ने चीन, सऊदी अरब और यूएई जैसे मित्र राष्ट्रों से भी 9 अरब डॉलर की वित्तीय सहायता हासिल की है।