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ट्विटर ने अप्रैल-जून में हटाए 1.43 लाख एप, इन लोगों के लिए प्रक्रिया को किया कठोर

माइक्रो ब्‍लॉगिंग साइट ट्विटर ने अपने प्‍लेटफॉर्म का दुरुपयोग रोकने और फर्जी एप (स्‍पैम एप) के खिलाफ लड़ाई को तेज करते हुए इस साल अप्रैल से जून के बीच 1.43 लाख से अधिक एप को हटा दिया है।

Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: July 25, 2018 20:38 IST
twitter- India TV Paisa
Photo:TWITTER

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नई दिल्‍ली। माइक्रो ब्‍लॉगिंग साइट ट्विटर ने अपने प्‍लेटफॉर्म का दुरुपयोग रोकने और फर्जी एप (स्‍पैम एप) के खिलाफ लड़ाई को तेज करते हुए इस साल अप्रैल से जून के बीच 1.43 लाख से अधिक एप को हटा दिया है। कंपनी ने अपनी नीतियों का उल्‍लंघन करने वाली एप पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। 

ट्विटर ने कहा है कि वह निगरानी और निजता के लिए बड़ा जोखिम पैदा करने वाले स्‍पैम और दुर्भावनापूर्ण स्‍वचालन जैसी चुनौतियों से निपटने के लिए अतिरिक्‍त कदम उठा रही है और कड़े प्रावधान कर रही है। ट्विटर ने अपने एक बयान में कहा है कि नीतियों का उल्‍लंघन करने पर अप्रैल-जून 2018 के दौरान कंपनी ने 1,43,000 से अधिक एप को अपने प्‍लेटफॉर्म से हटा दिया है। कंपनी ने कहा है कि इस तरह के दुर्भावनापूर्ण एप को और तेजी एवं प्रभावी तरीके से रोकने के लिए बेहतर टूल और प्रक्रियाओं को बनाने के लिए निवेश जारी रखा जाएगा।

ट्विटर ने इस बात पर अधिक जोर दिया है कि वह स्‍पैम शुरू करने में, बातचीत को तोड़-मरोड़कर पेश करने में या ट्विटर का उपयोग करके लोगों की निजता पर हमला करने में अपने प्‍लेटफॉर्म के इस्‍तेमाल को सहन नहीं करेगी।

ट्विटर ने अपने यूजर्स के लिए एक नया विकल्‍प रिपोर्ट ए बैड एप भी पेश किया है। ट्विटर के यूजर्स उसके हेल्‍प सेंटर में मौजूद इस विकल्‍प का इस्तेमाल कर उन एपीआई (एप्‍लीकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) के बारे में रिपोर्ट कर सकते हैं, जो स्‍पैम को फैलाते हों या ट्विटर के नियमों का उल्‍लंघन करते हों।

ट्विटर ने अपने सभी डेवलपर्स के लिए उसके एपीआई तक पहुंचने के लिए अनुरोध का एक नया तरीका भी पेश किया है। इसी के साथ एप निर्माण के लिए जवाबदेही बढ़ाने और ट्विटर पर कंटेंट तथा एकाउंट से जुड़ने की प्रक्रिया में भी बदलाव किया है, ताकि स्‍पैम को रोका जा सके।

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