एर्दोगन ने फोरम के आयोजक भारतीय उद्योग मंडल (फिक्की) द्वारा तुर्की में संपर्क कार्यालय खोलने और भारत में तुर्की के आयात कार्यालय खोलने की बात पर कहा कि व्यापार संतुलन बहुत अधिक तुर्की के खिलाफ है। उन्होंने कहा, “भारत और तुर्की के बीच संयुक्त व्यापार में संतुलन होना चाहिए और इस दिशा में कदम उठाए जाने चाहिए।”
मोदी ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत ने सामाजिक और आर्थिक बुनियादी ढांचे के विकास में भारी निवेश की योजना बनाई है। दुनियाभर में मशहूर तुर्की की निर्माण कंपनियां ‘भारत के बुनियादी ढांचे के विकास में भागीदारी निभा सकती हैं।’ एर्दोगन ने कहा, “यह बैठक व्यापारिक रिश्तों के एक नए युग की शुरुआत की सूचक है।”