नई दिल्ली: अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए संभावित रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया है कि चीन फ्री ट्रेड के नियमों का उल्लंघन करने वाला सबसे बड़ा देश है क्योंकि वह अमेरिका में अपने सामान उड़ेल रहा है, बौद्धिक संपदा चुरा रहा है और अपने यहां कारोबार कर रही अमेरिकी कंपनियों पर भारी-भरकम कर लगा रहा है।
ट्रंप ने पिट्सबर्ग में अपने समर्थकों से कहा, चीन सबसे बड़ा उल्लंघन करने वाला है। मैक्सिको चीन का छोटा स्वरूप है। उन्होंने कहा कि वह मुफ्त व्यापार में विश्वास करते हैं लेकिन इसे निष्पक्ष होना चाहिए।
ट्रंप ने कहा, मैं नहीं चाहता कि चीन हमारे देश में इस्पात लाकर उड़ेले। वे उड़ेल रहे हैं। वे बौद्धिक संपदा की चोरी कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया और चेतावनी दी कि अगर वह राष्ट्रपति बनते हैं तो चीन को नतीजे भुगतने होंगे। ट्रंप ने कहा, अगर वे सही से पेश नहीं आते हैं, हम उन पर कर लगाएंगे। वे (चीन) हम पर कर लगाते हैं। परंतु हम उनके बारे में कुछ नहीं करते हैं। एकतरफा मामला चल रहा है।
रियल एस्टेट कारोबारी ट्रंप ने दावा किया कि राष्ट्रपति बनने पर वह चीन के साथ अच्छा संबंध रखेंगे और उसके साथ बेहतर सौदे करेंगे जिससे अमेरिका को फायदा होगा और रोजगार के नए अवसर पैदा करने में मदद मिलेगी। ट्रंप ने अपने भाषण में राष्ट्रपति बराक ओबामा पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा कि ओबामा महान राष्ट्रपति होंगे, लेकिन इसका भरोसा किया था कि वह देश को एकजुट करेंगे। उन्होंने कहा, वह बहुत बड़े विभाजक हैं। देश कभी इतना बंटा हुआ नजर नहीं आया।
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