वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 1,100 अरब डॉलर के बजट का प्रस्ताव किया है। इसमें रक्षा खर्च में उल्लेखनीय 54 अरब डॉलर की वृद्धि का प्रस्ताव किया है। बजट प्रबंधन कार्यालय के निदेशक माइक मुलवानी ने सालाना बजट पेश किए जाने से पहले कहा, इसमें कोई सवाल नहीं है कि यह सैन्य और आर्थिक माध्यमों के जरिए अन्य राजनीतिक निकायों को प्रभावित करने की कूटनीतिक पर जोर देने वाला बजट होगा।
- मुलवानी ने कहा कि सांस्कृतिक एवं वैचारिक आधार पर दूसरे राजनीतिक निकायों को प्रभावित करने वाला बजट नहीं होगा।
- राष्ट्रपति अपने सहयोगी देशों और विरोधियों को बहुत स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं कि यह मजबूत ताकत वाला प्रशासन है।
- रक्षा बजट में जो 54 अरब डॉलर की वृद्धि की गई है वह भारत के सालाना आम बजट से अधिक है।
अमेरिकी संसद को भेजे अपने संदेश में ट्रंप ने कहा कि उनके बजटीय अनुरोध में 30 अरब डॉलर अतिरिक्त रक्षा विभाग के लिए है। ताकि वह अमेरिकी सशस्त्र बनों को फिर तैयार कर सके और आईएसआईएस को परास्त करने के अभियान में तेजी ला सके। इसके अलावा 3 अरब डॉलर अतिरिक्त आंतरिक सुरक्षा विभाग के लिए है ताकि सीमा सुरक्षा गतिविधियों में तत्काल तेजी लाई जा सके।
इसके अलावा 24.9 अरब डालर रक्षा विभाग के लिए युद्ध के लिए तुरंत तैयारी की जरूरत और अमेरिकी सशस्त्र बलों को सतत रूप से फिर से तैयार करने का प्रयास शुरू करने के लिए है।