नई दिल्ली। वस्तु एवं सेवा कर (GST) के लागू होने का सबसे बड़ा फायदा देश के ट्रांसपोर्ट सेक्टर को हो रहा है। GST के लागू होने के बाद देशभर में टोल नाकों पर लगने वाला जाम खत्म हुआ है। सामान की आवाजाही करने वाले ट्रकों को अब टोल नाकों पर टैक्स चुकाने के लिए खड़ा नहीं होना पड़ता और वह बिना नाके पर रुके आगे बढ़ जाते हैं। ऐसे में ट्रक पहले के मुकाबले 30 फीसदी ज्यादा रास्ता तय कर रहे हैं। परिवहन मंत्रालय की GST पर बनाए गए एक दस्तावेज से यह जानकारी मिली है।
दस्तावेज के मुताबिक GST के लागू होने के बाद ट्रक अब एक दिन में 300-325 किलोमीटर का रास्ता तय कर रहे हैं जबकि GST लागू होने से पहले 225 किलोमीटर रास्ता तय करते थे। दस्तावेज के मुताबिक नए टैक्स कानून के बाद ट्रांसपोर्ट सेक्टर की लॉजिस्टिक लागत में 10-12 फीसदी की गिरावट आएगी।
दस्तावेज के मुताबिक देश में मौजूदा समय में किसी भी वस्तु की कीमत में लॉजिस्टिक लागत की हिस्सेदारी करीब 14 फीसदी है जबकि पश्चिमी देशों में इसकी हिस्सेदारी सिर्फ 6 से 8 फीसदी तक है। GST से पहले राज्यों के नाकों पर ट्रकों को खड़ा रहना पड़ता था जिस वजह से सालभर में ट्रक सिर्फ 60 हजार किलोमीटर तक का सफर तय कर पाता था जबकि पश्चिमी देशों में ट्रक सालभर में 2 लाख किलोमीटर का सफर तक कर लेते हैं।