नयी दिल्ली। ट्रक परिचालकों की संस्था एआईएमटीसी ने मंगलवार को सड़क कर के साथ साथ माल और यात्री करों से भी कम से कम दो तिमाहियों तक छूट दिये जाने की मांग की है। उनका कहना है कि ट्रांसपोर्ट आपरेटर इस समय भारी वित्तीय तंगी से गुजर रहे हैं और उनके 65 से 70 प्रतिशत ट्रक खाली खड़े हैं। राज्यों के मुख्यमंत्रियों को लिखे पत्र में ‘आल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) के अध्यक्ष कुलतरन सिंह अटवाल ने राज्यों में वैधानिक दस्तावेजों के नवीनीकरण में होने वाली देरी पर जुर्माने से 30 सितंबर तक छूट देने की भी मांग की है।
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उन्होंने पत्र में लिखा है कि माल ढुलाई करने वाले हों या फिर यात्री वाहन चलाने वाले ट्रांसपोर्टर, छोटे अथवा बड़े, इस समय सभी भारी वित्तीय तंगी के दौर से गुजर रहे हैं। उनके 65 से 70 प्रतिशत वाहन बिना काम के खड़े हैं। एआईएमटीसी ने कहा, ‘‘वर्तमान में व्यापार की कठिन स्थिति को देखते हुये। ट्रांसपोर्टरों के लिये मोटर वाहन कर, सड़क कर, यात्री कर का भुगतान करना भी मुश्किल हो रहा है। इस कर का भुगतान एक अप्रैल 2021 से लंबित है।’’
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देश में रोजाना कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। हाल के सप्ताह में यह संख्या तीन लाख के पार जा चुकी है। इसकी वजह से कई राज्यों को लोगों और वाहनों की आवाजाही पर रोक लगानी पड़ी है। लॉकडाउन की वजह से उद्योग एवं व्यापार प्रभावित हुआ है और ट्रांसपोर्ट क्षेत्र पर भी इसका असर पड़ना लाजिमी है।