नई दिल्ली। रिजर्व बैंक को आने वाले समय में कर्ज सस्ता होने की उम्मीद है। आरबीआई गर्वनर का मानना है कि धीरे धीरे सभी तरह के कर्ज दरों में प्रमुख दरों की कटौती का फायदा दिखने लगेगा। रिजर्व बैंक की बोर्ड बैठक के बाद गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा कि प्रमुख दरों में कटौती का आगे प्रसार अगले कुछ दिनों में सुधर सकता है। गर्वनर के मुताबिक वो नहीं मानते कि प्रमुख दरों में कटौती का अन्य कर्जों पर असर थम गया है।
इसके साथ ही गवर्नर ने कहा कि क्रेडिट ग्रोथ बेहतर हुई है वहीं आने वाले कुछ महीनों में क्रेडिट ग्रोथ रफ्तार पकड़ लेगी। पिछले साल लगातार 5 बार में रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में कुल 1.35 फीसदी की कटौती की थी। इसके बाद से सवाल उठ रहे हैं कि प्रमुख दरों में कटौती के बाद भी बैंकों ने इसका फायदा आगे अपने ग्राहकों तक नहीं पहुंचाया। जिस पर आज रिजर्व बैंक के गवर्नर ने बोर्ड बैठक के बाद जवाब दिया। इस बैठक को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी संबोधित किया।
6 फरवरी की पॉलिसी समीक्षा में मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी ने दरों को स्थिर रखा था लेकिन पॉलिसी को लेकर अपना रुख उदार ही रखा, यानि कमेटी ग्रोथ तेज करने के लिए दरों में कटौती के पक्ष में है। फरवरी की समीक्षा में दरे न घटाने के फैसले पर कमेटी ने कहा था कि आर्थिक गतिविधियां अभी भी धीमी हैं और अर्थव्यवस्था में जहां से भी बेहतर संकेत मिले हैं, वहां पर भी अभी तेजी आना बाकी है इसलिए दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।