नई दिल्ली। टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई और सोशल मीडिया वेबसाइट फेसबुक में ‘नेट न्यूट्रैलिटी’ को लेकर जुबानी जंग जैसे हालात हो गए। दोनों पक्षों में यह बहस ऐसे समय में हुई है जब गुरुवार को डेटा के भिन्न मूल्य को लेकर खुली चर्चा होनी है। ट्राई ने ‘नेट न्यूट्रैलिटी’ बहस के मामले में फेसबुक के रूख को बांटने वाला करार दिया है। उसने कहा है कि इस मुद्दे पर परामर्श की सारी प्रक्रिया को केवल आंकड़ों का खेल और प्रायोजित चुनाव बना दिया गया।
फेसबुक इंडिया ने कहा उसे निशाना बनाया रहा
ट्राई ने इस बारे में 18 जनवरी को कंपनी फेसबुक को पत्र भेजा है। वहीं फेसबुक इंडिया ने ट्राई के आरोपों पर कहा कि उसे निशाना बनाया जा रहा है। कंपनी ने अपने फ्री बेसिक्स कार्यक्रम का बचाव किया है। ट्राई का आरोप है कि फेसबुक अपने यूजर्स को ‘सेव फ्री बेसिक्स कैंपेन’ के जरिए गुमराह कर रहा है और जो जवाब ट्राई को भेजे गए हैं उनका संबंध ट्राई के कंसलटेशन पेपर में पूछी गई बातों से नहीं है।
डेटा सर्विस प्राइस को लेकर आज होगी खुली चर्चा
‘नेट न्यूट्रैलिटी’ को ध्यान में रखते हुए टेलीकॉम रेगुलेटर ट्राई आज विभिन्न डेटा सर्विस प्राइस को लेकर ओपन हाउस डिस्कशन करने जा रहा है। ट्राई ने नोटिफिकेशन जारी कर इंडस्ट्री को इसमें हिस्सा लेने के लिए बुलाया है। यह चर्चा आज पीएचडी हाउस नई दिल्ली में होगी। टेलीकॉम ऑपरेटर विभिन्न डेटा सर्विस प्राइस के पक्ष में है, जबकि ‘नेट न्यूट्रैलिटी’ एक्टिविस्ट्स एक समान कीमत रखने को कह रहे हैं।