नई दिल्ली। दूरसंचार नियामक ट्राई ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) की दर लगभग 79 प्रतिशत घटाकर अधिकतम चार रुपए कर दी है। नियामक ने इस काम की कम लागत तथा बड़ी संख्या को ध्यान में रखते हुए यह फैसला किया है। एमएनपी से आशय किसी ग्राहक द्वारा अपने मौजूदा मोबाइल नंबर को बनाए रखते हुए ही सेवा प्रदाता कंपनी बदलने से है।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार (ट्राई) ने एक बयान में कंपनियों को निर्देश दिया है कि वे हर सफल पोर्टिंग के लिए प्रति पोर्ट शुल्क को 19 रुपए से घटाकर चार रुपए करें। इसके साथ ही इसने कहा है कि सम्बद्ध दूरसंचार कंपनियां एमएनपी के लिए इससे भी कम राशि शुल्क के रूप में लेने को स्वतंत्र हैं।
उल्लेखनीय है कि ट्राई ने एमएनपी शुल्क दरों की समीक्षा के लिए परामर्श प्रक्रिया दिसंबर में शुरू की थी। नई शुल्क दर आधिकारिक गजट में अधिसूचित होने के दिन से लागू होगी। दूरसंचार कंपनियों का कहना है कि इससे उन पर एमएनपी लागत बोझ कम होगा।