नई दिल्ली। टेलिकॉम मार्केट में जियो की एंट्री के बाद सस्ती हुई फोन कॉल्स के रेट अब और भी कम हो सकते हैं। टेलिकॉम सेक्टर को रेग्युलेट करने वाली संस्था ट्राई (TRAI) की तरफ से मोबाइल कंपनियों की उस फीस में कटौती कर सकती है जिसे टेलिकॉम कंपनियां अपने नेटवर्क पर दूसरे नेटवर्क की कॉल कनेक्ट करने के लिए एक दूसरे से वसूलती हैं, इस फीस को इंटरकनेक्ट यूजर चार्जेस (IUC) कहा जाता है।
निजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक फिलहाल TRAI ने IUC की फीस 14 पैसे प्रति मिनट रखी हुई है लेकिन इसे आसानी से घटाकर 10 पैसे प्रति मिनट किया जा सकता है। पिछले साल मुकेश अंबानी ने जब फ्री वायस कालिंग की सुविदा देते हुए जियो को लॉन्च किया था तब से IUC को लेकर दूसरी टेलिकॉम कंपनियों के साथ जियो का विवाद छिड़ा हुआ है। जियो तो अपने ग्राहकों से कॉलिंग के लिए किसी तरह के पैसे नहीं वसूल रही थी लेकिन उसे दूसरी टेलिकॉम कंपनियों को IUC चुकाना पड़ रहा था जिस वजह से जियो पर बोझ बढ़ता जा रहा है। जियो की नजर में पुराने टेलिकॉम ऑपरेटरों ने IUC को एक कृत्रिम बाधा बनाया हुआ है।
दूसरी ओर पुरानी टेलिकॉम कंपनियों को IUC से हर साल मोटा मुनाफा होता है। देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी एयरटेल की IUC डीलिंग पिछले साल करीब 10,279 करोड़ रुपए थी। पुरानी टेलिकॉम कंपनियां इस कॉस्ट को बढ़ाने के पक्ष में हैं। IUC का बोझ कम करने के लिए जियो अपने ग्राहकों के लिए 4 जी आधारित इंटरनेट तकनीक (VoLTE) का इस्तेमाल करती है, इंटरनेट आधारित कॉल करने का खर्ज महज 3 पैसे प्रति मिनट बैठता है। ऐसे में जियो IUC को घटाने के पक्ष में है।